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वॉशिंगटन मेट्रो में धमाकों का षडयंत्र

२७ अक्टूबर २०१०

वॉशिंगटन में मेट्रो रेल स्टेशनों पर बम धमाके करने के साजिश में पाकिस्तानी मूल के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. न्याय विभाग ने बताया कि इस व्यक्ति पर विस्फोट की योजना में अल कायदा की मदद करने का आरोप है.

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तस्वीर: picture-alliance / dpa/dpaweb

अमेरिका के वर्जीनिया राज्य में रहने वाले 34 साल के फारुक को बुधवार सुबह हिरासत में लिया गया. संघीय ज्यूरी ने उस पर तीन आरोप लगाए हैं. संघीय अधिकारियों ने कहा कि जांच के दौरान लोगों को किसी तरह का खतरा नहीं था और गिरफ्तार करने से पहले तक फारुक पर लगातार नजर रखी जा रही थी. फारुक पाकिस्तानी मूल का अमेरिकी नागरिक है.

इस महीने की शुरुआत में अमेरिका और ब्रिटेन ने चेतावनी दी थी कि यूरोप में आतंकी हमलों का खतरा है और ये भी कहा था कि वॉशिंगटन में अल कायदा गुट यातायात के साधनों पर हमला कर सकता है. हालांकि एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा कि यूरोप में हमले की रिपोर्टों और इस गिरफ्तारी का कोई संबंध नहीं है.

फारुक पर आरोप लगाए गए हैं कि उसने आतंकी गुट को धमाकों के लिए सामान, धमाकों की योजना बनाने के लिए जरूरी जानकारी इकट्ठा करने और कई बम विस्फोटों के लिए आर्थिक मदद भी की ताकि वॉशिंगटन डीसी के मेट्रो स्टेशनों पर ज्यादा से ज्यादा लोगों को नुकसान पहुंचे.

अगर उस पर लगाए आरोप साबित हो जाते हैं तो उसे 50 साल कैद की सजा मिल सकती है. राष्ट्रीय सुरक्षा के असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल डेविड क्रिस ने कहा, "फारुक अहमद पर ऐसे लोगों के साथ मिल कर हमारे यातायात के साधनों में बम धमाका का षडयंत्र रचने का आरोप है जिन्हें वह आतंकी समझता था. लेकिन खुफिया एजेंसी और कानूनी विभाग की मदद से उसके षडयंत्र को रोका जा सका."

वहीं अटॉर्नी नील मैकब्राइड ने कहा, "ये चौंका देने वाली बात है कि एशबर्न के एक व्यक्ति पर मेट्रो में सवार ज्यादा से ज्यादा लोगों को सिलसिलेवार धमाके से मारने की कोशिश के आरोप लगाए गए हैं."

डेविड क्रिस ने कहा, "आज के केस से जाहिर होता है कि आतंकियों धमकियों पर लगातार नजर रखने की जरूरत है. यह मामला से भी दिखाता है कि सरकार कैसे इस तरह के षडयंत्रों को नाकाम कर सकती है."

आरोप हैं कि अप्रैल से 25 अक्तूबर के बीच फारुक ने एरलिंगटन सेमेटरी, कोर्टहाउस, क्रस्टल सिटी, पेंटागॉन सिटी मेट्रो रेल स्टेशन की निगरानी की, उसके विडियो टेप बनाए, उनके फोटो लिए और चित्र भी बनाए. उसने सलाह दी कि 2011 में कहां सिलसिलेवार धमाकों के लिए विस्फोटक रखें जाएं.

अभियोग में कहा गया कि फारुक जिसे अल कायदा से जुड़ा व्यक्ति समझ रहा था उस व्यक्ति ने जानकारी दी कि शाम चार से पांच का समय बम धमाकों के लिए सबसे सही समय रहेगा क्योंकि इस समय बहुत ज्यादा लोग मेट्रो का सफर करते हैं.

11 सितंबर 2001 के बाद से अमेरिकी अधिकारियों को चिंता है कि इस तरह का हमला फिर अमेरिकी जमीन पर न हो. पिछले ही सप्ताह डैलास की एक बहुमंजिला इमारत को उड़ाने की कोशिश करने का दोषी पाए जाने पर जॉर्डन के एक नागरिक को 24 साल कैद की सजा सुनाई गई है. वहीं न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वेयर पर कार बम धमाके के षडयंत्र के लिए फैसल शहजाद को आजीवन कारावास की सजा दी गई.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः ओ सिंह

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