विश्व पुस्तक मेला में पर्यावरण पर खास ध्यान
५ जनवरी २०१८इस साल विश्व पुस्तक मेले के थीम पैवेलियन में परिवर्तन, ग्लोबल वॉर्मिंग, जल प्रदूषण और अन्य संबंधित मामलों तथा पर्यावरण से जुड़े मुद्दों को खास तवज्जो दी जाएगी. नेशनल बुक ट्रस्ट एनबीटी के अध्यक्ष बलदेव भाई शर्मा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "पर्यावरण एक ऐसा विषय है जिस पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. हमें इस विषय पर ज्यादा फोकस करने की जरूरत है और अपने बेहतर भविष्य के प्रति अधिक जागरूकता पैदा करनी है. पर्यावरण हितैषी सामग्री जैसे बांस, बेंत, जूट व अन्य का उपयोग कर खासतौर से थीम पैवेलियन बनाया गया है."
मेले में पाकिस्तान के प्रकाशक का भी स्टॉल होगा. पिछले साल सिर्फ एक वितरक ने यहां मेले में अपना स्टॉल लगाया था. हालांकि शर्मा ने इस बात को खास नहीं मानते हुए कहा कि पुस्तक मेले में कई अंतरराष्ट्रीय प्रकाशक शामिल हो रहे हैं. उन्होंने मेले में आने वाले लोगों से सबके प्रति समान अभिरुचि प्रदर्शित करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, "सिर्फ पाकिस्तान को फोकस क्यों करें? बहुत सारे भारतीय प्रकाशक हैं जिनके पास उर्दू की अच्छी किताबें हैं. इसके अलावा कई विदेशी प्रकाशक अच्छी किताबें लेकर आ रहे हैं."
पुस्तक मेले में विभिन्न भाषाओं में पूरे देश से करीब 800 प्रकाशक पहुंचेंगे. 30,000 वर्ग मीटर में फैले मेले में 1,500 से ज्यादा स्टॉल होंगे. एनबीटी की निदेशक रीता चौधरी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि प्रगति मैदान में मरम्मत के काम के चलते स्टॉलों की संख्या कुछ कम होगी.
लेखकों की गैलरी में रस्किन बांड, रक्षंदा जलील, जयराम रमेश, सीमा मुस्तफा, जेरी पिंटो, माइकेल क्रेगटन, पारो आनंद, बुलबुल शर्मा, प्रेरणा बिंद्रा, रणजीत लाल, गिलियन राइट और कई अन्य प्रमुख साहित्यिक हस्तियों को दर्शाया जाएगा. मेले में प्रवेश शुल्क बच्चों के लिए 20 रुपये और वयस्कों के लिए 30 रुपये है. मेले का समय दिन में 11 बजे से शाम आठ बजे तक रहेगा. मेले का टिकट प्रगति मैदान के गेट नंबर एक और 10 पर मिलेगा. इसके अलावा ऑनलाइन भी टिकट खरीदे जा सकते हैं. साथ ही, कुछ मेट्रो स्टेशनों पर भी टिकट उपलब्ध होंगे.
आईएएनएस/आईबी