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वकार को युवा बल्लेबाजों पर भरोसा

१ अगस्त २०१०

पाकिस्तानी क्रिकेट कोच वकार यूनुस ने अपनी युवा क्रिकेट टीम का खुल कर समर्थन किया है. हालांकि ट्रेंट ब्रिज में इग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में लचर बल्लेबाजी के बाद पाकिस्तान को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है.

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कोच को बैट्समैन पर भरोसातस्वीर: AP

इंग्लैंड ने पाकिस्तान को 435 रन का लक्ष्य दिया है, लेकिन मैच के चौथे दिन पाकिस्तान की टीम 80 रन पर ही ऑल आउट हो गई. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में भी पाकिस्तानी बल्लेबाज जूझते नजर आए, हालांकि गेंदबाजों के दम पर टीम सीरीज को 1-1 से बराबर करने में कामयाब रही.

पाकिस्तानी टीम में फिलहाल सबसे अनुभवी बल्लेबाजों मोहम्मद यूसुफ और यूनुस खान को शामिल नहीं किया गया है. सवाल उठ रहे हैं कि उन्हें इंग्लैंड में क्यों नहीं खिलाया जा रहा है, कोच वकार कहते हैं, "इनमें से एक (यूसुफ) तो संन्यास ले चुके हैं. जो रिटायर हो गया है, उसे आप वापस नहीं ला सकते हैं. और दूसरे (यूनुस) का कुछ मुद्दों पर क्रिकेट बोर्ड से गंभीर मतभेद है. लेकिन मैंने पिछले दो तीन महीनों में टीम में बहुत सुधार देखा है. मैं इन्हीं से एक अच्छी टीम तैयार करना चाहता हूं. हो सकता है कि इसके लिए हमें कुछ और हारों का सामना करना पड़े."

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने टीम में खींचतान के आरोपों में यूसुफ और यूनुस पर अनिश्चितकाल के प्रतिबंध लगा दिया था. यूनुस पर लगा बैन तो अपील के बाद हट गया और उन्होंने इंग्लैंड दौरे के लिए खुद को उपलब्ध भी बताया था लेकिन उनकी अनदेखी कर दी गई. यूनुस पाकिस्तानी टेस्ट क्रिकेट में पांचवें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं. वहीं यूसुफ ने अपने ऊपर लगे बैन को चुनौती नहीं दी, लेकिन वह कह चुके हैं कि किसी कप्तान के नेतृत्व में खेलने को तैयार हैं. वह तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं.

जब वकार से पूछा गया कि क्यों पाकिस्तानी टीम में अजहर अली (25), उमर अमीन (20) और उमर अकमल (20) जैसे नौसिखिए खिलाड़ियों को क्यों लिया जाता है, तो उन्होंने कहा, "हमारे पास हैं ही यही. जो हैं, वहीं तो लेंगे. इंग्लैंड ने बहुत शानदार गेंदबाजी की. एक समय तो एंडरसन का सामना करना मुश्किल था. बहुत अच्छी गेंदबाजी थी."

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः ए जमाल