लोकतांत्रिक पैमाने पर कमजोर होता भारत
भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र माना जाता है. लेकिन अपनी लोकतांत्रिक प्रणाली पर विश्वास करने वाला यह देश अब ग्लोबल डेमोक्रेसी इंडेक्स में पिछड़ रहा है. साल 2018 में जारी रिपोर्ट में इसे 42वीं रैंक मिली है.
ग्लोबल डेमोक्रेसी इंडेक्स
दुनिया के 167 स्वतंत्र देशों के प्रदर्शन के आधार पर इस अध्ययन को तैयार किया गया है. अध्ययन में पांच बातों पर पर जोर दिया जाता है. इनमें पहला देश की चुनावी प्रक्रिया, दूसरा आम व्यक्ति को मिलने वाले अधिकार और आजादी, तीसरा सरकार की कार्यशैली, चौथा जनता की राजनीति में भागीदारी और पांचवा देश का राजनीतिक माहौल है.
भारत की स्थिति
साल 2017 के आंकड़ों के आधार पर तैयार किए इस इंडेक्स में भारत को 42वां स्थान मिला है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में रुढ़िवादी धार्मिक विचारधाराएं सिर उठा रहीं हैं. साथ ही एक धर्मनिरपेक्ष देश में हिंदूवादी ताकतें मजबूत हो रहीं हैं जिसके चलते अल्पसंख्यकों और अन्य समुदायों पर हिंसा बढ़ रही है.
कौन रहा टॉप पर
नॉर्वे ने एक फिर बार सूची में टॉप किया है. इसके बाद आइसलैंड और स्वीडन का नंबर आता है. पिछले साल भारत की रैंक 32वीं थी लेकिन इस बार यह 10 अंक फिसल गई है. साथ ही देश को अब भी "दोषपूर्ण लोकतंत्र" की श्रेणी में रखा गया है.
अमेरिका की स्थिति
अमेरिका को इस इंडेक्स में 21वां स्थान मिला है. अमेरिका, जापान, इटली, फ्रांस, सिंगापुर, इस्राएल, हॉन्ग-कॉंन्ग को भी "दोषपूण लोकतंत्र" की श्रेणी में रखा गया है. इस इंडेक्स को द इकोनॉमिस्ट समूह की "इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (ईआईयू)" तैयार करती है.
अच्छे राष्ट्र
नॉर्वे, आइसलैंड और स्वीडन के बाद इस इंडेक्स में चौथा स्थान न्यूजीलैंड और पांचवां स्थान डेनमार्क को मिला है. इसके बाद आयरलैंड, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, फिनलैंड और स्विट्जरलैंड का नंबर आता है.
पूर्ण लोकतंत्र
दुनिया के महज 19 देशों को "पूर्ण लोकतांत्रिक देशों" की सूची में रखा गया है. वहीं "हाइब्रिड लोकतंत्र" की श्रेणी में 110वीं रैंक के साथ भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान, 92वीं रैंक के साथ बांग्लादेश, 94वीं रैंक के साथ नेपाल और 99वीं रैंक के साथ भूटान को रखा गया है.
निरंकुश शासन
चीन, म्यामांर, रूस, वियतनाम को निरंकुश शासन वाले देशों की श्रेणी में रखा गया है. वहीं उत्तर कोरिया को इस सूची में 167वें स्थान पर रखा गया है. हालांकि सीरिया को 166वीं रैंक दी गई है.
मीडिया के लिए स्थिति
रिपोर्ट में मीडिया की स्वतंत्रता पर भी चर्चा की गई है. इसमें कहा गया है कि भारत में मीडिया काफी हद तक स्वतंत्र है. लेकिन देश के पत्रकारों के लिए माहौल जोखिम भरा है. हिंसा का डर देश में मीडिया कवरेज को भी प्रभावित करता है.
असुरक्षित राज्य
भारत में छत्तीसगढ़ और जम्मू कश्मीर को पत्रकारों के लिए असुरक्षित और खतनाक जगह कहा गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इन राज्यों में प्रेस की स्वतंत्रता में बाधा पहुंचाई है साथ ही कई समाचारपत्रों को बंद कर दिया गया है. इसके साथ ही साल 2017 में देश के कई पत्रकारों की हत्या भी कर दी गई .
दुनिया में लोकतंत्र
रिपोर्ट मुताबिक दुनिया की लगभग आधी आबादी किसी न किसी रूप से लोकतंत्र में रह रही है. इसमें से 4.5 फीसदी पूर्ण लोकतंत्र में रहती है हालांकि पूर्ण लोकतंत्र का आंकड़ा साल 2015 के मुकाबले घटा है.