लो आ गया क्रिसमस
साल का वह समय आ गया है जब रंग बिरंगी बल्बों, तोहफों और क्रिसमस ट्री की सजवाट के साथ सड़कों पर चहल पहल छाई रहती है. दुनिया के अलग अलग हिस्सों में कैसे हो रही है सजावट, देखिए तस्वीरों में...
पांच लाख लाइटें
ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबेरा में एक परिवार ने हाल में एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया. उन्होंने अपने घर को 502,165 लाइटों से सजाया. रोशन घर को आम लोगों के लिए खोल कर उन्होंने चैरिटी के लिए पैसे जमा किए.
पारंपरिक मोमबत्तियां
क्रिसमस में प्रकाश से घरों की सजावट की शुरुआत 18वीं सदी में जर्मनी में हुई. यहीं से इस परंपरा का विस्तार यूरोप और अमेरिका तक हुआ. उस समय तक बिजली के बल्ब का आविष्कार नहीं हुआ था. सर्दियों की ठंडी अंधेरी रातों में परिवार क्रिसमस ट्री की शाखों पर मोमबत्तियां चिपका देते थे.
दिल लुभाने वाला
एडिसन ने ही पहली बार बिजली के छोटे छोटे बल्बों को मिलाकर लट तैयार की थी. 1880 में उन्होंने इसे न्यू जर्सी में अपनी प्रयोगशाला के बाहर लटकाया. आज दुनिया भर में लोग बल्बों से घर भर को रोशन करते हैं.
शहर से रूबरू
आम तौर पर शहर का प्रशासन या फिर अन्य कंपनियां शहर की मशहूर इमारतों को प्रकाशमान करने का बीड़ा उठाती हैं. यूरोप में हर शहर का मुख्य चौराहा चमकीले क्रिसमस ट्री और बल्बों से सजा होता है, जैसे बर्लिन का यह नजारा.
औद्योगिक स्तर पर
छोटी बड़ी लाइटों से सजावट की परंपरा उन देशों में भी आम हो गई है, जहां क्रिसमस मनाने वाले कम ही लोग हैं, जैसे चीन और जापान. लेकिन क्रिसमस के समय ग्राहकों को सजावट से लुभाना आसान है. यह मंजर है शंघाई के एक मॉल के बाहर का.
झुग्गियों में भी चमक
पाकिस्तान में अक्सर ईसाई समुदाय के लोगों को भेदभाव सहना पड़ता है. करीब 18 करोड़ की आबादी में दो फीसदी ईसाई हैं. इस्लामाबाद की कुछ झुग्गियों में भी चमकी क्रिसमस की सजावट.
शहीदों को श्रद्धांजलि
पश्चिमी अफ्रीकी देश आइवरी कोस्ट की ईसाई आबादी हर साल क्रिसमस पर रोशनी करती है. 2012 में हुई इस अंदाज की सजावट उन लोगों को श्रद्धांजलि थी जो 2010 में अफ्रीकी देशों में हुए संघीय चुनाव के बाद हिंसा में मारे गए थे.
मेडेलिन में जादू
कोलंबियाई शहर मेडेलिन में क्रिसमस की जगमगाहट 1955 से शुरू हुई और आज भी बेहद मशहूर है. हर साल यहां की सजावट देखने लोग दूर दूर से आते हैं. इस साल के कार्यक्रम के लिए 2.7 करोड़ बल्बों पर 90 लाख डॉलर खर्च हुए हैं.
हरा भरा क्रिसमस
पिछले कुछ सालों में कई लोगों ने पर्यावरण का ख्याल रखते हुए क्रिसमस की जगमगाहट के लिए एलईडी लाइटों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. इन लाइटों में ऊर्जा की खपत कम होती है. न्यू यॉर्क के रॉकफेलर सेंटर में 2007 से सजावट के लिए एलईडी लाइटें इस्तेमाल हो रही हैं. इस साल भी 75 फुट का क्रिसमस ट्री 45000 एलईडी लाइटों से सजा है.
ट्विंकल ट्विंकल
फिलीपींस में भी क्रिसमस एक महत्वपूर्ण त्योहार है. सितारे के आकार में चमकती हुई पारंपरिक अमेरिकी स्टाइल की लाइटें फिलीपींस में लोगों के घरों के बाहर दिखना आम है.