लेंस में उतरी ब्रह्मांड की खूबसूरत तस्वीरें
गैलेक्सी, ग्रह, उल्का पिंड, क्षुद्र ग्रह, धूल और गैसें, ये सब ब्रह्मांड का हिस्सा हैं. कभी कभार लोगों को इतनी सुंदर और दिलचस्प तस्वीरें मिल जाती हैं. एक नजर इन उम्दा तस्वीरों पर.
नामीबिया के ऊपर छाई नमी
अफ्रीकी देश नामीबिया में रात को आसमान का नजारा गजब का होता है. यह तस्वीर मारियो कोगो ने ली है. इसमें दिन भर की गर्मी के बाद उठी नमी और उसके पीछे तारे दिखते हैं. पहली नजर में लगता है कि जैसे ये किसी सुपरनोवा विस्फोट की तस्वीर हो.
एक और गैलेक्सी
यह तस्वीर गैलेक्सी "एनजीसी 3521" की है. यह हमारे सौरमंडल से 2.6 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर है. इस तस्वीर को लेने के लिए कैमरे के शटर को 20 घंटे पर सेट किया गया.
धुंधली रोशनी
कुहासे के बीच नीचे से आती शहरों की रोशनी और ऊपर से सांझ की लालिमा. ये तस्वीर हंगरी के फोटोग्राफर फेरेंक सिमार ने सर्दियों के दौरान ली.
आकाश में लहरदार रोशनी
ये नजारा उत्तरी ध्रुव के पास बसे फिनलैंड का है. फ्रांसीसी फोटोग्राफर निकोला लेवेदो की तस्वीर में कई तरह की जादुई रोशनी दिखती है. हरे रंग का प्रकाश असल में नॉर्दर्न लाइट है. सर्दियों में ध्रुवीय इलाकों में यह रंग बिरंगा प्रकाश अक्सर दिखाई पड़ता है.
उल्का पात का नजारा
इस तस्वीर को फोटोग्राफर फाबियान डालबियास ने ली है. डोलोमाइट के पहाड़ों के पास यूं ही तस्वीरें खींच रहे फाबियान के कैमरे में उल्का पात कैद हो गया.
अंजान सी लगती पृथ्वी
ये मंगल ग्रह नहीं बल्कि धरती का ही नजारा है. अमेरिका के उटा राज्य का मोहवे रेगिस्तान चांदनी रात में कुछ ऐसा ही दिखता है. यह तस्वीर अमेरिका के ब्रैड गोल्डबेंट ने ली है. तस्वीर में एंड्रोमेडा आकाशगंगा भी दिख रही है. एक प्रतियोगिता में इस तस्वीर को पहला स्थान और 10 हजार पाउंड का पुरस्कार भी मिला.
चांद नहीं, शुक्र है
पृथ्वी पर तो सूर्योदय और संध्या आपने कई बार देखी होगी, लेकिन शुक्र ग्रह पर शाम कुछ ऐसी नजर आती है. खास वीडियो कैमरे और विशेष जूम तकनीक की मदद से यह फ्रेम हासिल किया गया.
ये हैं ब्रह्मांड में छुपे रंग
अन्य ग्रहों की तस्वीरें आम तौर या तो काली या लाल दिखती हैं या फिर दूधिया सी. लेकिन एक खास तकनीक का इस्तेमाल कर जब चांद की तस्वीरों को प्रोसेस किया गया तो उसकी सतह के कुछ ऐसे रंग दिखाई पड़े.
छल्ला बना सूर्य
यह तस्वीर सूर्य ग्रहण के दौरान निकोला लेवुडो ने ली. इस तस्वीर में सूर्य से दूर दाहिनी तरफ लाल रंग का बिंदु असल में मंगल ग्रह है.
हमारी आकाशगंगा मिल्की वे
पृथ्वी जिस आकाशगंगा का हिस्सा है, उसे मिल्की वे कहते हैं. मिल्की वे की यह तस्वीर तियांग हॉन्ग ली ने कैप्चर की. अनुमान के मुताबिक इसमें 100 से 300 अरब तारे हैं. (रिपोर्ट: सबरीना फाल्कर/ओएसजे)