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लंदन में बिछड़े तो रियो में मिलेंगे

१३ अगस्त २०१२

इस बार लंदन से रोशनी उठी तो उसमें आंसूओं की गर्माहट, सोने, चांदी कांसे की खनक और खुशियों की चीख भी थी. टेम्स नदी की धारा में बाकी सब तो बह निकला पर बहुत कुछ ऐसा है जो इतिहास के सीने पर निशान छोड़ गया.

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तस्वीर: Getty Images

रंग बिरंगी रोशनियों में निखरा, सुरलहरियों में गूंजता और भावनाओं की बयार में बहता टेम्स नदी का किनारा ओलंपिक खेलों को विदा कह गया. 17 दिन चले खेलों के महाकुंभ को विदाई देने रविवार की रात लंदन की जमीन पर चांद सितारे उतरे. विदाई के लिए बने सर्कसनुमा मंच पर एक के बाद एक कलाकारों का जत्था आता गया, महफिल सजती गई, मस्ती छनती रही.

जंग के दौर में प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल की तरह कपड़े पहने अभिनेता टिमोथी स्पल ने शेक्सपीयर की "द टेम्पेस्ट" से कुछ लाइनें पढ़ीं और लंदन की भीड़ भरी ट्रैफिक का अहसास कराने आई सचमुच की गाड़ियों, ट्रकों और पैदल यात्रियों की रेलमपेल का मुजाहरा कराने के बाद दादी महारानी एलिजाबेथ का दायित्व निभाने राजकुमार हैरी मंच पर आए.

स्पाइस गर्ल, टेक दैट और जॉर्ज माइकल ने संगीत के सुरों का मोर्चा संभाला. पिछले 50 सालों के ब्रिटिश संगीत के सुरों ने ओलंपिक स्टेडियम को सराबोर कर दिया. इनमें क्वीन, द किंक्स, बीटल्स, पिंक फ्लॉयड समेत और भी बहुत सारे सुर शामिल थे. स्टेडियम में मौजूद लोगों के लिए समापन समारोह लंदन ओलंपिक का बहुत बड़ा तोहफा था जिसमें सब कुछ वास्तविक था.

Olympia 2012 Abschlußfeier
तस्वीर: Getty Images

ओलंपिक ध्वज रियो के मेयर एडुराडो पेस को सौंपने से पहले अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी के प्रमुख जैक्स रोगे ने लंदन खेलों को "खुश और शानदार" कह कर उनके पूरा होने के एलान किया. इसके साथ ही ओलंपिक की आग ठंडी पड़ी और आतिशबाजियों की रोशनी से लंदन का आकाश जगमगा उठा.

एथलीट स्टेडियम से निकल कर वापसी के लिए मुड़े और लंदन आर्थिक मंदी की असल दुनिया में लौटा जो पिछले कुछ हफ्तों में अखबारों के भीतरी पन्नों में सिमटा हुआ है.

ओलंपिक के मुख्य स्टेडियम ने उद्घाटन और समापन समारोहों के शानदार पलों के अलावा कुछ बेहद यादगार लम्हों को भी महसूस किया. इसमें जमैका की रफ्तार मशीन उसैन बोल्ट का 100, 200 और 4X100 मीटर की रिले दौड़ में बादशाहत बनाए रखने की जंग भी शामिल है. ब्रिटेनवासियों के लिए खुशी का लम्हा 5000 और 1000 मीटर में मो फाराह की कामयाबी से आया.

इस के साथ ही मेजबान देश ने 104 सालों का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 29 सोने के तमगे अपने नाम किए. एंडी मरे की जीत ने भी ब्रिटेन को जश्न मनाने का मौका दिया, फाइनल में फेडरर को शिकस्त देकर उन्होंने इस विजय को और बड़ा बना दिया. सरकारी खर्च में कटौती और सामाजिक स्थिरता के संकट से जूझ रहे देश को जश्न मनाने का शानदार मौका ओलंपिक ने दिया. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी ब्रिटिश प्रधानमंत्री को फोन कर खेलों के शानदार आयोजन पर बधाई दी.

Olympia 2012 Abschlußfeier Einlauf Athleten
तस्वीर: AP

करिश्माई फेल्प्स

लंदन ओलंपिक बहुत से लोगों को अमेरिकी तैराक माइकल फेल्प्स के लिए याद रहेगा जो अब तक के सबसे बड़े ओलंपिक खिलाड़ी बन गए हैं. 18 गोल्ड समेत 22 ओलंपिक पदक जीत कर उन्होंने ओलंपिक का नया इतिहास लिख दिया. उनके तमगों ने अमेरिका को 46 सोने के साथ नंबर वन की कुर्सी पर फिर बिठा दिया. बीजिंग में बादशाह बना चीन लंदन में 38 गोल्ड के साथ दूसरे नंबर पर चला गया.

भारी ट्रैफिक में उलझे सार्वजनिक परिवहन और निजी सुरक्षा गार्डों की कमी के बावजूद लंदन ओलंपिक बड़े आराम से निबट गए और कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई. दर्शकों की सीटें खाली रह जाने की शिकायत भी ट्रैक एंड फील्ड मुकाबलों के शुरू होने के साथ हवा में उड़ गईं और कुर्सियां कम पड़ने लगीं. सिर्फ इतना ही नहीं शुरुआती दौर में थोड़ा डरा रहा मौसम भी हर गुजरते दिन के साथ सुधरता गया मानो वह भी ओलंपिक के रंग में रंगता जा रहा हो. चमकते सूरज की किरणों ने सिर्फ खिलाड़ियो ही नहीं पूरे लंदन के चेहरे को चमका दिया.

तकनीकी गड़बड़ियां

सोने चांदी और कांसे की खनखनाहट के बीच ही उन खिलाड़ियों के सिसकियां भी हैं जो कुछ तकनीकी खामियों के कारण या तो पदक से चूके या फिर जिनकी जीत को हार में बदला गया. विवादित फैसलों ने कई मुकाबलों और खिलाड़ियों को निराशा से भर दिया. इसके अलावा आठ एशियाई बैडमिंटन टीमों को जीतने की कोशिश न करने के आरोपों में बाहर निकाला जाना भी खेल भावना को आहत कर गया. डोपिंग, धोखाधड़ी और गड़बड़ियों के दूसरे आरोपों ने भी खेलों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई.

विदाई समारोह के दौरान ही आठ मिनट के लिए ओलंपिक स्टेडियम ब्राजील के रंगों और संगीत में सराबोर हो उठा जो यह अहसास दिलाने के लिए था कि लंदन की यह रात चार साल बाद रियो डि जेनेरो में सुबह का सूरज देखेगी.

रिपोर्टः निखिल रंजन (डीपीए, रॉयटर्स, एएफपी)

संपादनः अनवर जे अशरफ

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