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रोम में उत्तर कोरिया का राजदूत लापता

३ जनवरी २०१९

दक्षिण कोरिया के खुफिया अधिकारियों ने पुष्टि की है कि रोम में उत्तर कोरिया के राजदूत जो सोंग गिल लापता हो गए हैं. लेकिन इटली ने इस बारे में जानकारी होने से इनकार किया है.

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तस्वीर: picture-alliance/Yonhap

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इटली के अधिकारी दुविधा में हैं कि क्या करें. दक्षिण कोरिया के एक सांसद किम मिन की ने कहा है कि उत्तर कोरियाई राजदूत रोम में ही कहीं छिपे हैं. उन्होंने कहा, "कार्यवाहक राजदूत जो सोंग गिल का कार्यकाल पिछले साल नवंबर में ही खत्म हो रहा था और वह नवंबर के शुरुआत में ही राजनयिक परिसर से लापता हो गए." बताया जाता है कि उनकी पत्नी भी उनके साथ हैं.

दक्षिण कोरियाई खुफिया अधिकारियों के साथ बैठक के बाद किम ने पत्रकारों को उत्तर कोरियाई राजदूत के लापता होने के बारे में जानकारी दी. हालांकि उन्होंने इस बारे में कुछ नहीं बताया कि जो असल में हैं कहां, या फिर क्या वह भागकर दक्षिण कोरिया आना चाहते हैं. दक्षिण कोरियाई मीडिया में रिपोर्टें थीं कि जो ने खुद और अपने परिवार के लिए यूरोप के किसी देश में शरण मांगी है. इन रिपोर्टों में गुमनाम राजयनिक सूत्रों का हवाला दिया गया है.

कोरिया को बांटने वाली जंग

दक्षिण कोरिया के अखबार जूंगअंग इल्बो के मुताबिक, राजदूत जो ने वापस उत्तर कोरिया आने का आदेश मिलने के बाद दिसंबर 2018 में शरण का आवेदन दिया था. इटली के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने जो को कोई शरण नहीं दी है. इटली के विदेश मंत्रालय का कहना है कि उत्तर कोरिया ने उन्हें बताया है कि सामान्य प्रक्रिया के तहत जल्द ही नए राजदूत को रोम भेज दिया जाएगा.

जो अक्टूबर 2017 से रोम में उत्तर कोरिया के राजदूत थे. उनसे पहले वहां कार्यरत राजदूत को उत्तर कोरिया के छठे परमाणु परीक्षण के बाद इटली ने अपने यहां से निकाल दिया था. शरण के लिए जो के आवेदन की पुष्टि होती है तो वह 2016 के बाद से ऐसा करने वाले उत्तर कोरिया के दूसरे राजदूत होंगे. इससे पहले ब्रिटेन में उत्तर कोरिया के राजदूत थाए योंग हो ने दक्षिण कोरिया में शरण मांगी थी.

आम तौर पर विदेशों में तैनात किए जाने वाले उत्तर कोरियाई राजनयिकों का परिवार उत्तर कोरिया में रहती है ताकि विदेशों में काम करते हुए वे उत्तर कोरिया से बगावत ना कर पाएं. लेकिन जब जो मई 2015 में रोम पहुंचे तो उनकी पत्नी और परिवार भी उनके साथ थे. जूंगअंग इल्बो अखबार के मुताबिक, इससे पता चलता है कि जो का संबंध किसी प्रभावशाली परिवार से है.

एके/आरपी (डीपीए, एएफपी)

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