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"राहत एजेंसियों को काम करने की इजाजत दे सीरिया"

१२ जून २०११

यूरोपीय संघ और अमेरिका ने सीरिया से अंतरराष्ट्रीय राहत संस्थाओं को रास्ता देने की अपील की है ताकि हिंसा में फंसे आम नागरिकों की मदद की जा सके. ईयू ने सीरिया में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की निंदा की.

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Syrian refugees talk in a camp set up by Turkish Red Crescent in the Turkish town of Yayladagi in Hatay province, Turkey, Friday, June 10, 2011. The Turkish region borders with Syria and said Wednesday it would open its borders to aid Syrians who are fleeing from violence, as Syrian troops backed by dozens of tanks massed near the border, Friday, preparing to move on Syrian protesters and what they called mutinous forces.(AP Photo/Burhan Ozbilici)
तस्वीर: AP

यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख कैथरीन एश्टन ने मानवीय आपदा पर अमेरिका से सुर मिलाए. एश्टन ने कहा, "सीरिया में जिस तरह से प्रशासन कार्रवाई कर रहा है और मानवीय स्थिति बिगड़ रही है उससे मैं बेहद चिंतित हूं. मैं सीरिया से अपील करती हूं कि रेड क्रॉस जैसी अंतरराष्ट्रीय राहत संस्थाओं को बेरोकटोक आने जाने की अनुमति दी जाए ताकि लोगों तक मदद पहुंचाई जा सके."

शनिवार को ऐसी रिपोर्टें आईं कि सीरियाई सुरक्षाकर्मियों ने हेलीकॉप्टर की मदद से प्रदर्शनकारियों को निशाना बनाया है. अंतरराष्ट्रीय जगत में सीरिया से लगातार संयम बरते जाने की अपील हो रही है लेकिन राष्ट्रपति बशर अल असद ने अभी तक इन अपीलों को अनसुना किया है. एश्टन ने एक बार फिर अपनी अपील में कहा, "सीरियाई प्रदर्शनकारियों के खिलाफ क्रूर तरीके से पेश आने की मैं निंदा करती हूं. मेरी अपील है कि सीरिया अपना रास्ता बदले और हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा करे."

ALTERNATE CROP OF XVG107 Turkish Red Crescent worker in an almost completed new refugee tent compound in Boynuyogun, Turkey, near the Syrian border, Saturday, June 11, 2011. Syrian refugees fleeing fighting continued to enter Turkey on Saturday with several hundred being housed in Yayladagi refugee camp. More than 4,000 Syrian have crossed the border since the fighting began. (AP Photo/Vadim Ghirda)
तस्वीर: AP

सुरक्षाकर्मियों की कार्रवाई से डरकर लोग भागकर अब तुर्की में शरण ले रहे हैं. तुर्की भाग कर आए सीरियाई नागरिकों ने बताया है कि किस तरह से लोगों का दमन किया जा रहा है और आदेश की अवहेलना किए जाने पर मौत की सजा की धमकी दी जा रही है. एश्टन ने कहा है कि हिंसा और हत्या के जिम्मेदार लोगों को सजा दी जानी चाहिए."जो लोग हिंसा और हत्याओं के लिए जिम्मेदार हैं उनकी जवाबदेही तय होनी चाहिए. मानवाधिकारों के मामले में एश्टन ने सीरिया से संयुक्त राष्ट्र के अनुरोध को मानने की अपील की है."

अमेरिकी सरकार ने भी उत्तरी सीरिया में कार्रवाई रोके जाने और रेड क्रॉस को लोगों की मदद की इजाजत दिए जाने का अनुरोध किया है. अमेरिका का कहना है कि सीरिया में मानवीय संकट की स्थिति उत्पन्न हो रही है. अब तक तुर्की में सीरिया के 4,300 लोग शरण ले चुके हैं. तुर्की का रुख करने वाले अधिकतर लोग जिस्र अल शुगहुर शहर से हैं जहां सीरियाई सुरक्षा बलों ने कार्रवाई की है. सीरियाई सरकार के मुताबिक 120 सुरक्षाकर्मियों के मारे जाने के बाद कानून व्यवस्था की बहाली के लिए ही कार्रवाई हो रही है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: महेश झा

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