यूरोपीय चुनावों को समझें
भारत के चुनाव खत्म होने के ठीक बाद यूरोपीय संसद के चुनाव होने हैं. जहां भारत में लोग मतदान कर रहे हैं, वहीं यूरोप में लोग वोट डालने की तैयारी कर रहे हैं. जानिए कैसे चुनी जाती है यूरोपीय संसद.
कब होंगे यूरोपीय चुनाव?
2019 में यूरोपीय संसद के चुनाव 23 से 26 मई के बीच होंगे.
कौन कौन लेगा हिस्सा?
इन चुनावों में यूरोपीय संघ के सभी 28 सदस्य देशों के मतदाता हिस्सा लेंगे.
कितने वोटर हैं?
यूरोपीय संघ के कुल 40 करोड़ लोग इन चुनावों में वोट दे सकते हैं.
क्या ब्रिटेन भी लेगा हिस्सा?
जी हां, क्योंकि ब्रिटेन अब तक ईयू से अलग नहीं हुआ है, इसलिए पांच करोड़ वोटर ब्रिटेन के हैं.
संसद में कितनी सीटें?
यूरोपीय संसद में कुल 751 सीटें हैं. सभी सदस्य देशों के लिए सीटों की संख्या तय है.
किसके पास हैं सबसे ज्यादा सीटें?
जर्मनी के पास सबसे ज्यादा 96 सीटें हैं. इसके बाद 74 सीटों के साथ फ्रांस का और 73 के साथ ब्रिटेन का नंबर आता है.
ब्रेक्जिट के बाद क्या होगा?
ईयू से अलग होने के बाद ब्रिटेन की सीटों में से 27 सीटों को बाकी के सदस्य देशों में बांटा जाएगा. 46 सीटें रद्द कर दी जाएंगी.
क्या छोटी हो जाएगी संसद?
जी हां, 46 सीटों के रद्द होने के कारण यूरोपीय संसद में ब्रेक्जिट के बाद 705 सीटें ही बचेंगी.
कहां स्थित है यूरोपीय संसद?
संसद का काम तीन जगहों से होता है. प्रशासनिक कार्यालय लक्जमबर्ग में हैं और संसद की बैठकें ब्रसेल्स और स्ट्रासबुर्ग में होती हैं.
अगले चुनाव कब होंगे?
भारत के आम चुनाव की तरह यूरोपीय संसद के चुनाव भी हर पांच साल पर होते हैं. अगले चुनाव 2024 में होंगे.