यूरोप में भारी जुर्माना भरने वाली दिग्गज कंपनियां
कारोबार करो, कपट नहीं, गूगल पर 4.34 अरब यूरो का जुर्माना ठोक यूरोपीय आयोग ने एक बार फिर कंपनियों को यह संदेश दिया है. एक नजर यूरोपीय आयोग में एंटीट्रस्ट रेग्युलेटर का जुर्माना झेलने वाली दिग्गज कंपनियों पर.
माइक्रोसॉफ्ट (2004)
पांच साल की जांच के बाद 2004 में यूरोपीय आयोग ने माइक्रोसॉफ्ट पर 49.7 करोड़ यूरो का जुर्माना ठोंका. माइक्रोसॉफ्ट को बाजार में अपने दबदबे का गलत इस्तेमाल करने का दोषी करार दिया गया. फैसले के बाद माइक्रोसॉफ्ट को विंडोज प्रोडक्ट अपने मीडिया प्लेयर के बगैर बेचने पर सहमत होना पड़ा.
माइक्रोसॉफ्ट (2007)
यूरोपीय कमीशन ने एक बार फिर 2009 में अमेरिकी कंपनी पर 90 करोड़ यूरो का जुर्माना ठोंका. तब माइक्रोसॉफ्ट को प्रतिस्पर्धियों को बेहद महंगे दाम में तकनीकी जानकारी का लाइसेंस बेचने का दोषी करार दिया गया.
इंटेल (2009)
अमेरिकी चिप निर्माता कंपनी यूरोप में एक अरब यूरो का जुर्माना चुकाने वाली पहली कंपनी बनी. इंटेल को 1.06 अरब यूरो का फाइन भरना पड़ा. इंटेल ने अपने दबदबे का गलत इस्तेमाल कर सैटर्न और मीडिया मार्क्ट जैसी चेनों को इंटेल चिप वाले कंप्यूटर बेचने के लिए बाध्य किया.
माइक्रोसॉफ्ट की हैट्रिक (2013)
2013 में माइक्रोसॉफ्ट को तीसरी बार यूरोपीय संघ में 56.1 करोड़ यूरो का दंड भरना पड़ा. माइक्रोसॉफ्ट को मई 2011 से जुलाई 2012 के बीच अपने ग्राहकों को इंटरनेट एक्सप्लोरर के अलावा दूसरे वेब ब्राउजरों के समुचित विकल्प न देने का दोषी पाया गया.
इंफिनियोन (2014)
म्यूनिख की चिप निर्माता कंपनी इंफिनियोन समेत चार चिप कंपनियों को 13.8 करोड़ यूरो का जुर्माना देना पड़ा. चारों कंपनियों ने सितंबर 2003 से लेकर सितंबर 2005 तक साठगांठ कर बाजार में चिपों के दाम नहीं गिरने दिए.
गूगल (2017)
सर्च इंजन के दिखने वाले नतीजों को प्रभावित करने का दोषी पाए जाने पर गूगल पर यूरोपीय आयोग ने 2.42 अरब डॉलर का जुर्माना ठोका. गूगल ने अपने सर्च इंजन के दबदबे का इस्तेमाल कर कुछ नतीजों को पहले पन्ने पर प्रमुखता से दिखाया.
क्वालकॉम (2017)
अमेरिकी कंपनी एप्पल को चिप सप्लाई करने वाली कंपनी क्वालकॉम को भी यूरोपीय संघ में 99.7 करोड़ यूरो का जुर्माना भरना पड़ा. क्वालकॉम पर आरोप लगे कि वह चिप के खरीदार एप्पल को पैसा चुका रही है. इसके जरिए क्वालकॉम बाजार में दूसरे एटीई चिप निर्माताओं को दबाना चाह रही थी.