यूरोप के दिल में दीवाली का जश्न
भारत में रोशनी का त्योहार दीवाली बस आने ही वाला है. लेकिन बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में हाल में धूमधाम से यह त्योहार मनाया गया. इस दौरान खाने से लेकर पहनावे और परंपराओं, तक भारतीय संस्कृति की एक झलक पेश की गई. देखिए.
जगमग ऑटोमियम
ब्रसेल्स यूरोपीय संघ का मुख्यालय है. जो लोग इस शहर को देखने आते हैं, वे ऑमोमियम भी जरूर जाते हैं. एटम के आकार वाली यह विशाल कलाकृति ब्रसेल्स की पहचान है. पिछले दिनों यह दिवाली की रोशनी में नहायी हुई थी.
हजारों की दीवाली
13 अक्टूबर को रविवार के दिन यह आयोजन हुआ, इसलिए लोगों ने बढ़ चढ़ इसमें हिस्सा लिया. लगातार चौथे साल ब्रसेल्स में दीवाली आयोजन करने वाली संस्था आर्ट लॉन्ज 9 का कहना है कि लगभग 20 हजार लोग इस उत्सव में शामिल हुए.
उत्सव के रंग
ब्रसेल्स में इस बार की दीवाली खास रही, क्योंकि रोशनी के इस त्योहार के साथ साथ इस बार यहां महात्मा गांधी की 150वीं जयंती का जश्न भी मनाया गया. बच्चे इस मौके पर खास तौर से रंग में दिखे.
मेहनत सफल
इस आयोजन में कई रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भी लोगों का भरपूर मनोरंजन किया. इस मौके पर खास बॉलीवुड पार्टी भी हुई. लगभग 300 कलाकारों और वॉलंटियरों ने इस कार्यक्रम को संभव बनाया.
संस्कृतियों का मिलन
बेल्जियम में भारतीय दूतावास और ब्रसेल्स शहर प्रशासन के साथ मिल कर इस कार्यक्रम को आयोजित किया गया. आयोजकों का कहना है कि इसका मकसद बेल्जियम और अन्य यूरोपीय देशों का भारतीय संस्कृति से परिचय कराना है.
बेल्जियम में भारतीय
बेल्जियम में लगभग दस हजार भारतीय रहते हैं. जो लोग दीवाली के मौके पर भारत नहीं जा सकते, उन्हें इस तरह के कार्यक्रम त्योहार के माहौल से जोड़ने में मददगार साबित होते हैं. खाना किसी भी पर्व का सबसे अहम हिस्सा होता है.
रोशनी ही रोशनी
दीवाली के इस आयोजन का समापन जबरदस्त आतिशाबाजी के साथ हुआ. रोशनी में डूबे ऑटोमियम के साथ यूरोप के इस हिस्से में दीवाली मनी. भारत की दीवाली से थोड़ा पहले, लेकिन रोशनी जितनी ज्यादा हो, अंधेरा जितना कम हो, उतना ही अच्छा.