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म्यांमार ने कहा, सू ची राजनीतिक गतिविधियां रोकें

२९ जून २०११

म्यांमार की नई सेना समर्थित सरकार ने लोकतंत्र के लिए संघर्ष कर रही नेता आउंग सान सू ची और उनकी पार्टी को चेतावनी दी है कि वे सारी राजनीतिक गतिविधियां बंद कर दें.

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तस्वीर: AP

सरकारी मीडिया के अनुसार गृह मंत्रालय ने नोबेल पुरस्कार विजेता सू ची को पत्र लिखकर कहा है कि उनकी पार्टी पार्टी ऑफिस चलाकर, सभा का आयोजन कर और बयान देकर कानून तोड़ रही है.

दैनिक द न्यू लाइट ऑफ म्यांमार ने कहा है, "यदि वे सचमुच लोकतंत्र को प्रभावकारी तरीके से स्वीकार करना और उस पर अमल करना चाहते हैं, तो उन्हें ऐसी गतिविधियां रोकनी होंगी जो शांति, स्थिरता, कानून के शासन के साथ साथ भिक्षुओं और रक्षाकर्मियों सहित लोगों की एकता को नुकसान पहुंचाते हैं."

सू ची को सात साल तक नजरबंद रखने के बाद सैनिक सरकार ने पिछले साल हुए संसदीय चुनावों को बाद रिहा कर दिया था. आलोचकों ने सूची के बिना कराए गए चुनाव को सैनिक शासन को असैनिक पर्दें के पीछे जारी रखने का नाटक बताया था.

सू ची की नेशनल डेमोक्रैटिक लीग पार्टी पर चुनाव का बहिष्कार किए जाने के बाद पिछले ही साल सैनिक शासन ने प्रतिबंध लगा दिया था. पार्टी का कहना था कि चुनाव कानून अनुचित थे. दैनिक न्यू लाइट ने लिखा है कि अधिकारियों से अनुमति लेकर पार्टी अपने को सामाजिक संगठन में बदल सकती है.

सरकार समर्थक अंग्रेजी दैनिक ने चेतावनी दी है कि सू ची का नियोजित राजनीतिक दौरा देश में उथल पुथल पैदा करेगा. एक समीक्षा में अखबार ने लिखा है, हमें इस बात की गहरी चिंता है कि यदि सू ची देहाती इलाकों का दौरा करती हैं तो अव्यवस्था और दंगे फैल सकते हैं जैसा पिछले मामलों में देखा गया है. अखबार ने लिखा है, "सरकार ने कहा है कि डाव आउंग सान सू ची बस एक आम नागरिक हैं, इसलिए वह उनकी यात्रा, कानून के अनुसार की जाने वाली चीजों पर रोक नहीं लगाएगी, लेकिन उन्हें कानून का पालन करना होगा."

सू ची के यात्रा कार्यक्रम की अब तक घोषणा नहीं की गई है. इस सिलसिले में सुरक्षा गंभीर चिंता है क्योंकि उनके काफिले पर 2003 में घात लगाकर हमला किया गया था. संदेह है कि उनकी लोकप्रियता से घबरा कर सैनिक शासन ने यह हमला करवाया था. चुनाव के बाद हाशिए पर चली गई 68 वर्षीय सू ची के लिए यह राजनीतिक दौरा अपनी लोकप्रियता को मापने का मौका होगा.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: आभा एम

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