मेक्सिको में एक साल में 33000 लोगों की हत्या
२२ जनवरी २०१९मेक्सिको के अधिकारियों के पास मौजूद आकड़ों के अनुसार पुलिस ने एक नया रिकॉर्ड बनाया हैं. 2018 में जांचकर्ताओं ने 33341 केसों की जांच की है. ये सभी मामले ड्रग और माफिया गिरोहों की हिंसा से जुड़े हुए थे. इन में सिर्फ 861 महिलाएं थी बाकी सब पुरुष थे. 2018 के आंकड़े 1997 से अब तक के इस देश के सबसे बड़े आंकड़े हैं. 2017 के मुकाबले इनमें 15.5 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. 2017 में मेक्सिको में 28866 केस दर्ज हुए थे जो अमेरिका की जांच एजेंसी एफबीआई के मुकाबले बहुत ज्यादा हैं. 2017 में एफबीआई ने केवल 17284 केस दर्ज किए थे जो हत्या और गैरइरादतन हत्या के मामले थे. अमेरिका की 32.6 करोड़ आबादी के मुकाबले मेक्सिको की आबादी सिर्फ 13 करोड़ की है.
पत्रकारों की हत्या
लैटिन अमेरिकी देश मेक्सिको में अधिकारी ड्रग से जुड़े अपराध पर रोक लगाने के लिए लंबे समय से कोशिश कर रहे हैं मगर अभी तक उनको कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी है. देश का सारा फोकस उन गिरोहों पर है जो अमेरिका में ड्रग से जुड़े अपराध करते हैं. ये गिरोह आपना कारोबार बढ़ाने के लिए सरकारी कर्मचारियों को कभी रिश्वत देते हैं तो कभी डराते धमकाते हैं. 2006 में सरकार ने ड्रग से जुड़े अपराधों को रोकने के लिए सेना को लगा दिया था. तब से दो लाख लोगों की मौत हो चुकी हैं जिसमें राजनेता, पत्रकार और कानून लागू कराने वाले अधिकारी भी शामिल हैं. मेक्सिको में 90 प्रतिशत हिंसक अपराधों के लिए कभी सजा नहीं होती. मेक्सिको के अधिकारियों ने बताया कि 2019 में पहले पत्रकार का खून हुआ है. बाजा कैलिफोर्निया सुर के स्थानीय रेडियो स्टेशन के निदेशक राफेल मुरुआ को कई दिनों से धमकी मिल रही थी. कुछ दिनों पहले उनकी लाश एक खाई में पाई गई. 34 साल के राफेल मुरुआ ने राज्य संरक्षण योजना में आपना नाम डाला था क्योंकि उनको 2017 में एक स्थानीय मेयर ने धमकी दी थी. रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर में जब नया मेयर आया तो उसने भी राफेल मुरुआ को धमकी दी.
नये राष्ट्रपति बनाना चाहते हैं राष्ट्रीय सुरक्षा बल
पूर्व राष्ट्रपति एनरिक पेना नीटो के अपराध सिंडिकेट ने नेताओं को पकड़ने पर ध्यान दिया था और जोआक्विन "एल चापो" गुजमैन को पकड़ा भी था. "एल चापो" का केस अभी अमेरिका में चल रहा हैं. हालांकि जानकारों का कहना है कि इस रणनीति से गुटों में मतभेद बढ़ा जिसकी वजह से वे आपस में लड़ने लगे. मेक्सिको के नए राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर जिन्होंने दिसंबर में पद संभाला है उनका मानना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा बल को अलग से बनाया जाए. राष्ट्रीय सुरक्षा बल, पुलिस के काम का एक बड़ा हिस्सा खुद करेगा. राष्ट्रीय सुरक्षा बल में नागरिक नेतृत्व भी होगा. मगर ऐसा माना जा रहा है कि इससे और ज्यादा अपराध और कानून का दुरुयोग बढ़ेगा जो कि अकसर फौज के सदस्य करते पाए जाते हैं.
मेक्सिको की संसद के निचले सदन में सांसदों ने राष्ट्रीय सुरक्षा बल बनाने की योजना का समर्थन किया है मगर इस बिल के समर्थकों को अभी भी सीनेट में दो-तिहाई बहुमत चाहिए. इसी के साथ उनको मेक्सिको के 32 राज्य विधानसभाओं में से आधे से अधिक में भी जीतना पड़ेगा. तभी ये बिल पास हो सकेगा.
एन राय/एनआर (रायटर, एएफपी)