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'मुशर्रफ का सिर लाओ, एक अरब दूंगा'

१० अक्टूबर २०१०

बलूचिस्तान के राष्ट्रवादी नेता मरहूम नवाब अकबर बुगती के बेटे ने कहा है कि जो व्यक्ति परवेज मुशर्रफ का सिर लाकर देगा उसे वह एक अरब रुपये और एक हजार एकड़ जमीन देंगे. मुशर्रफ के शासनकाल में ही बुगती की हत्या हुई.

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तस्वीर: AP

जम्हूरी वतन पार्टी के प्रमुख तलल अकबर बुगती ने यह एलान क्वेटा में शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया. उन्होंने कहा कि 1999 में एक चुनी हुई सरकार का तख्त पलटने के आरोप में भी मुशर्रफ मौत की सजा के हकदार हैं.

बुगती ने कहा, "मैं मुशर्रफ को वाजिब उल कत्ल (कत्ल के लिए वाजिब) बताता हूं. जैसा कि आप सब जानते हैं कि उन्होंने लोकतांत्रिक सरकार को खत्म किया और वह संविधान की धारा छह के तहत मौत की सजा के हकदार हैं. इसलिए वह वाजिब उल कत्ल हैं."

बुगती ने मुशर्रफ पर बलूचिस्तान में मासूम लोगों के कत्ल का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने उन्हें देश छोड़कर चले जाने दिया जबकि वह मासूमों के कत्ल के जिम्मेदार हैं. लाल मस्जिद में हुए खून खराबे का हवाला देते हुए बुगती ने कहा कि उन्होंने कई अपराध किए हैं और वह माफी के लायक नहीं हैं.

Nawab Akbar Khan Bugti
नवाब अकबर खान की हत्या पर बलूचिस्तान में काफी विरोध प्रदर्शन हुए.तस्वीर: AP

मुशर्रफ इस वक्त ब्रिटेन में रह रहे हैं. हाल ही में उन्होंने अपनी राजनीतिक पार्टी बनाई है और 2013 में चुनाव लड़ने का फैसला किया है. मुशर्रफ ने 2013 से पहले वतन लौटने का एलान किया है.

बुगती ने मुशर्रफ की इस बात के लिए आलोचना की कि उन्होंने मरहूम नवाब अकबर बुगती को देशद्रोही बताया. इस कॉन्फ्रेंस में नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन के नेता सरदार याकूब नासिर भी मौजूद थे.

बुगती ने कहा कि सरकार को मुशर्रफ को वापस वतन लाकर एक ऐसी सजा देनी चाहिए कि मिसाल कायम हो सके. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से भी अपील की कि मुशर्रफ के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी करे.

26 अगस्त 2006 को नवाब अकबर बुगती की क्वेटा से 150 किलोमीटर दूर एक गुफा में हत्या कर दी गई. इस हत्या के बाद बलूचिस्तान में काफी हंगामा हुआ.

बुगती के इस एलान पर प्रतिक्रिया देते हुए परवेज मुशर्रफ ने ब्रिटेन में कहा है कि वह किसी से नहीं डरते. उन्होंने कहा कि नवाब अकबर बुगती की हत्या में उनका कोई हाथ नहीं है बल्कि वह तो फ्रंटियर कोर्प से लड़ते हुए मरे.

मुशर्रफ ने कहा, "वे कहते हैं कि मैंने बुगती को मारा. मैं राष्ट्रपति था. वह फ्रंटियर कॉर्प से लड़ते हुए मरे. कॉर्प का एक ऑफिसर इंचार्ज होता है. उसके बाद कॉर्प कमांडर होते हैं. मुख्यमंत्री होता है. गवर्नर और प्रधानमंत्री भी होते हैं. क्या मैं प्लाटून कमांडर था जो बुगती को मारने गया? मैं तलाल अकबर बुगती की धमकी जवाब देना चाहता हूं. वह समझते हैं कि वह मुझे मार सकते हैं. उन्हें मेरे सामने आने दीजिए और तब देखेंगे कि वह क्या कर सकता है."

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः आभा एम

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