मुंबई: धमाके की जगह से मिले हीरे
१८ जुलाई २०११मुंबई डायमंड मर्चेंट्स एसोसिएशन के सदस्य जयेश लाब्धी ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "हमें 65 हीरे मिले हैं. हम जल्द ही एक बैठक बुलाएंगे और इनकी नीलामी करने के बारे में फैसला लेंगे. नीलामी की रकम से उन लोगों की मदद की जा सकती है जो हमलों में घायल हुए हैं या जिन्होंने अपने परिवार वालों को खो दिया है." लब्धी ने बताया के हीरे फिलहाल एसोसिएशन के पास हैं और उनकी कीमत अभी आंकी नहीं गई है.
वहीं एसोसिएशन के अध्यक्ष भारत शाह ने कहा कि ऐसा हो सकता है कि जिन व्यापारियों के हीरे खोए हैं वे इन पर अपना अधिकार जताएं. शाह के अनुसार यदि ऐसा हुआ तो हो सकता है कि हीरे के रंग, आकार और अन्य जानकारी के आधार पर हीरे उन्हें लौटाए जाएंगे. 'जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिल' के उपाध्यक्ष संजय कोठारी ने कहा कि इस बारे में अंतिम फैसला बैठक के दौरान ही लिया जाएगा. कुछ हीरों के गुम हो जाने के बारे में कोठारी ने बताया, "यहां कोई लूट पाट नहीं हुई है. एक व्यक्ति जमीन पर मिले एक हीरे को ले कर जाना चाह रहा था, पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया और हीरे हमें लौटा दिए."
ओपेरा हाउस का इलाका छोटी छोटी गलियों से भरा है जहां हीरा व्यापारियों की दुकानें हैं. यह इलाका बहुत सारे कुरियरों (हीरे और रकम लाने ले जाने वाले लोग) से भी भरा रहता है, जो रोज व्यापारियों से हीरों के लेन देन के लिए यहां आते हैं. 13 जुलाई को जब यहां हमला हुआ तब भारी बारिश हो रही थी. संजय कोठारी ने बताया कि बारिश होने के कारण कई लोग जल्दी ही घर लौट गए थे, इसलिए नुकसान इतना नहीं हुआ. उनके अनुसार यदि उस दिन बारिश ना हुई होती तो इलाके में और भी कई कुरियर होते और इस से कई गुणा अधिक हीरे मलबे में मिल जाते. भारत शाह ने भी बताया कि एसोसिएशन के तीन या चार लोगों की हमले में मौत हुई है और करीब चालीस लोग घायल हुए हैं.
मुंबई में बुधवार को तीन जगह हमले हुए जिनमें कुल 19 लोगों की जान गई. मुंबई पुलिस ने कहा है कि प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार संदिग्ध का स्केच तैयार किया गया है जिसे सार्वजनिक कर दिया गया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ ईशा भाटिया
संपादन: ओ सिंह