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मीठे सौदे से बाज़ार में मीठा उछाल

७ सितम्बर २००९

दुनिया की सबसे बड़ी चॉकलेट कंपनी कैडबरी के लिए अमेरिकी कंपनी क्राफ्ट्स फूड ने 16.7 अरब डॉलर की बोली लगाई है. इस बोली का बाज़ार पर कुछ ऐसा असर हुआ कि ब्रिटेन का शेयर बाज़ार सोमवार खुलते ही उछला.

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कुछ मीठा हो जाए!तस्वीर: AP

अब तक बाज़ार में छोटे सौदे ही हो रहे थे. लीमन ब्रदर्स के गिरने से शुरू हुए आर्थिक और वित्त संकट के साल भर बाद इस बड़ी बोली ने निवेशकों में विश्वास पैदा कर दिया और इसी कारण बाज़ार सोमवार को उछाल पर रहा. बाज़ार शुरू होने के साथ 1.4 फ़ीसदी ऊपर उठा. कैडबरी के शेयर 37 फ़ीसदी उछल कर क्राफ्ट फू़ड के बाद दूसरे नंबर पर आ गए. कैडबरी को दुनिया की सबसे नामी चॉकलेट कंपनी समझा जाता है. इसके डेयरी मिल्क, 5 स्टार और जेम्स भारत में भी बहुत लोकप्रिय हैं.

उत्तरी अमेरिका की सबसे बड़ी फूड कंपनी क्राफ्ट फुड ने कैडबरी के लिए बोली लगाई थी जिसे कैडबरी ने अस्वीकार कर दिया. सौदा तो नकार दिया लेकिन कैडबरी के शेयरों ने बाज़ार का दिल जीत लिया. बाज़ार के जानकारों का कहना है कि इस तरह की बड़ी बोलियां बाज़ार के लिए अच्छी हैं. क्राफ्ट कंपनी के इस कदम से बाज़ार में टेकओवर एक बार फिर शुरू होगा जो कि बड़े बाज़ार के लिए ज़रूरी है.

Schokolade
चॉकलेट का बड़ा बाज़ारतस्वीर: AP

इस बोली का इतना फ़ायदा हुआ कि ब्रिटिश फूड कंपनी को 4.1 फ़ीसदी का फ़ायदा हुआ और वह उसके शेयर 14 महीने में सबसे ऊंची कीमत पर रहे. इस लहर ने यूनीलीवर के शेयरों में भी तेज़ी लाई. निवेशकों में जी20 देशों के वित्त मंत्रियों की बैठक के बाद भी उत्साह दिखाई दिया. जी20 देशों ने बैंकों में बहुत अधिक आय और रिस्क लेने की बाज़ार की प्रवृत्ति पर लगाम कसने का फ़ैसला लिया है.

बाज़ार के जानकारों का मानना है कि क्राफ्ट फूड की कैडबरी के लिये बोली मार्केटिंग और एडवरटाइड़मेंट के लिए अच्छी है और इससे खुदरा बाज़ार को फ़ायदा होगा. वैश्विक आर्थिक संकट के दौर में कोई भी बड़ा टेकओवर या बड़ी कंपनियों का विलय नहीं हुआ है. कैडबरी को आर्थिक संकट के दौरान किसी तरह की तकलीफ़ नहीं हुई और मीठे मुंह के साथ कैडबरी इस संकट को पार कर गई.

माना जा रहा है कि क्राफ्ट फूड अपनी बोली ऊंची करेगा और इसी के साथ नेस्ले जैसी दूसरी कंपनियां भी बोली लगा सकती हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा मोंढे

संपादनः ए जमाल