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मिस अमेरिका बनी मिस वर्ल्ड

३१ अक्टूबर २०१०

18 साल की मिस यूएसए अलैक्जैंड्रिया मिल्स बनीं मिस वर्ल्ड. मिस इंडिया अंतिम 20 में भी नहीं शामिल हो पाईं. मिस नॉर्वे का शामिल होना लेकिन चीन और नॉर्वे के बीच विवाद का कारण बन सकता है.

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कौन बनी मिस वर्ल्ड?तस्वीर: cc-b: MASWJ y-sa-3.0

18 साल की अलैक्जैंड्रिया मिल्स ने स्पीच राउंड में जजों का दिल जीत लिया. 30 सेकंड के भाषण में उन्होंने कहा, "मैं दूसरों की जिंदगी को बदलना चाहती हूं. जितना मुझसे हो सकेगा, मैं सबकी मदद करूंगी. मिस वर्ल्ड 2010 बनना मेरे लिए सम्मान होगा." मिल्स ने हाल ही में स्कूल खत्म किया है. 119 देशों से आई सुंदरियों को हराकर उन्होंने यह खिताब जीता.

चीन के सान्या में भव्य आयोजन

चीन के हाइनन सान्या में आयोजित रंगारंग मिस वर्ल्ड कॉन्टेस्ट का उद्घाटन चीन के पारंपरिक नृत्य के साथ किया गया जिसके बाद एक एक कर के हिस्सा लेने वाली सारी सुंदरियों ने मंच पर आ कर अपना परिचय दिया. इसके बाद पुएर्तो रीको के गायक कार्लोस आपोंते ने अपना एक गीत सुनाकर कार्यक्रम में जान डाल दी.

मिस वर्ल्ड में हिस्सा ले रहे सारे प्रतियोगियों ने फिर 'डांसेस ऑफ द वर्ल्ड' में अपने अपने देशों के पारंपरिक नृत्य दिखाए. मिस ब्राज़ील के बाद मिस इंडिया मनस्वी ममगईं ने देवदास फिल्म के "ढाई श्याम रोक लई" गीत पर डांस किया. मिस इंडिया मिस वर्ल्ड टैलंट का खिताब भी जीत नहीं पाई और यह टाइटल मिस आयरलैंड को दिया गया. मिस नॉर्दर्न आयरलैंड ने मिस वर्ल्ड स्पोर्ट्स का खिताब जीता. मिस वर्ल्ड टॉप मॉडल का सम्मान मिस नॉर्वे को मिला और केन्या की प्रतिनिधि को 'ब्यूटी विथ ए परपस' यानी अच्छे इरादों वाली सुंदरी का खिताब मिला.

पहली बार मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का आयोजन 1951 में हुआ था. वेनेजुएला सहित भारत ने अब तक सबसे ज्यादा मिस वर्ल्ड खिताब जीते हैं. 2000 में प्रियंका चोप़ड़ा विश्व सुंदरी बनी थी. उनके बाद अब तक किसी भी भारतीय प्रतियोगी ने यह खिताब नहीं जीता है.

विवादों में घिरा कॉन्टेस्ट

एक ही दिन अमेरिकी नागरिक का विश्व सुंदरी बनना और अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन की चीन यात्रा अमेरिका के लिए एक दिलचस्प और शायद अच्छा संयोग है. लेकिन मिस नॉर्वे को टॉप मॉडेल का खिताब देना प्रतियोगिता के आयोजकों के लिए परेशानी बन सकता है. पिछले दिनों चीन की सरकार ने सरकार विरोधी कार्यकर्ता लियू शियाओबो को नोबेल शांति पुरस्कार दिए जाने पर नॉर्वे से विरोध जताया था.

वैसे देखा जाए तो प्रतियोगिता कई बार इस तरह के विवादों में फंसी है. 1996 में प्रतियोगिता को भारत में आयोजित करने के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन हुए जिसके बाद कॉन्टेस्ट को सेशेल्स ले जाया गया. 2002 में नाइजीरिया में प्रतियोगिता के दौरान एक अखबार में पैगंबर मोहम्मद को कॉन्टेस्ट के साथ जोड़ते हुए कुछ आपत्तिजनक चीजे लिखी गई थीं. उसके बाद हुए दंगों में 200 से ज्यादा लोग मारे गए.

रिपोर्टः एजेंसियां/एम गोपालकृष्णन

संपादनः महेश झा

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