मिलिए 11 अद्भुत पक्षियों से
दुनिया में इंसानों से कहीं ज्यादा पक्षी रहते हैं. इनमें से कई दुर्लभ भी होते हैं. प्लास्टिक रीसायकल करने वाले पंछी से लेकर पंखों से गुनगुनाने वाली चिड़िया तक, क्या आप इन अद्भुत पक्षियों के बारे में जानते हैं?
उत्तरी गैनेट
गैनेटों की आबादी लगातार बढ़ रही है और अब दुनिया में इनकी संख्या 20 लाख के आस पास हो गई है. ये आकार में करीब 90 सेंटीमीटर तक बड़ी हो सकती हैं और इनके पंखों का फैलाव दो मीटर तक हो सकता है. यह चिड़िया अपना घोंसला बनाने में प्लास्टिक का इस्तेमाल करती है.
स्टेलर्स सी ईगल
यह विशालकाय पक्षी भी करीब 90 सेंटीमीटर तक ऊंचा होता है लेकिन इसके पंखों का फैलाव 2.4 मीटर तक हो सकता है. यह मूलतः रूस का रहने वाला है लेकिन जापान और कोरिया में भी पाया जाता है. इसके प्रजनन की जगहों पर इंसानों के बस जाने की वजह से इसकी वैश्विक आबादी कम होती जा रही है.
सिर्फ क्यूट नहीं है आम पफिन
25 सेंटीमीटर लंबे पफिन भले ही रंग-बिरंगे और क्यूट लगते हों, लेकिन खाने के समय ये आक्रामक हो जाते हैं. कहा जाता है की ये अपनी चोंच में एक बार में 83 छोटी मछलियां तक भर लेते हैं. लेकिन आप कभी इन्हें कुछ खिलाने की कोशिश मत कीजियेगा. इनकी चोंच दांतेदार होती है.
अडेली पेंग्विन
यह सही में क्यूट होती हैं. ये केवल अंटार्कटिका में ही पाई जाती हैं. शिकार का पीछा करते करते ये समुद्र के नीचे 180 मीटर तक जा सकती हैं. दूसरे पक्षियों की ही तरह, ये भी माइग्रेट करती हैं, लेकिन पैदल. ये उड़ नहीं सकतीं.
खाने की अजीब आदत वाले ग्रिफन वल्चर
ग्रिफन गिद्धों की 23 प्रजातियों में से एक है. इसकी किस्मत काफी अच्छी है क्योंकि बाकी 22 प्रजातियों में से आधे खत्म हो रहे हैं. ये सब प्रजातियां अलग अलग होती हैं, लेकिन सभी की खाना खाने की अजीब आदतें होती हैं. ये अक्सर मरे हुए प्राणियों को पीछे की तरफ से खाना शुरू करते हैं.
हर जगह मौजूद
बार्न स्वालो सही मायनों में एक अंतरराष्ट्रीय पक्षी है. ये यूरोप और उत्तरी अमेरिका के खेत-खलिहानों से लेकर एशिया और उत्तरी अफ्रीका के शहरों तक में पाई जाती हैं. ये मध्य पूर्व के देशों में भी पाई जाती हैं. प्रवासन के समय ये एक दिन में 340 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती हैं.
एलियोनोराज फैल्कन
यह एक बड़ी चालाक चिड़िया होती है. ये भूमध्यसागर के छोटे द्वीपों और ऊंचे टीलों पर गर्मियों में प्रजनन करती है क्योंकि उस समय छोटे पक्षी बड़ी संख्या में अफ्रीका की तरफ माइग्रेट करते हैं. फैल्कन आसानी से इनमें अपना शिकार ढूंढ लेती है.
उत्तरी लैपविंग
यह पक्षी अपनी कलगी के अलावा अपने उड़ने के तरीके के लिए भी जाना जाता है. उड़ते समय इसके पंख अजीब तरह से हिलते हैं. सर्दियों में इसके हिलते हुए पंखों को देख कर इनका झुंड कभी काला नजर आता है तो कभी सफेद.
पंखों से गुनगुनाने वाली हमिंगबर्ड
ये धरती पर सबसे छोटी चिड़ियाओं में गिनी जाती है. ये अपने पंख एक सेकंड में करीब 70 बार फड़फड़ाती हैं, जिससे एक गुनगुनाने जैसी आवाज निकलती है. इसी वजह से इनका नाम हमिंगबर्ड पड़ा.
रेड काइट
अपने एंगल वाले पंख, दोमुहीं पूंछ, लाल-भूरे शरीर और 'मियाऊं' जैसी आवाज के लिए जाने जाने वाले इन पक्षियों को संरक्षण प्राप्त है. ये आसमान में 1600 मीटर ऊंचाई तक जा सकती हैं. हालांकि यह बहुत काम शिकार करती हैं और बचा खुचा खाना और कीड़ों के भोजन पर निर्भर करना ज्यादा पसंद करती हैं.
लड़ाकी मैगपाई
कहा जाता है ये जब भी जोड़े में दिखें तो इन्हें सल्यूट करना चाहिए, लेकिन ये बदले में इतनी इज्जत किसी को भी नहीं देतीं. ये किसी पर भी हमला कर देती हैं, चाहे वो ऐसा एक ऑस्ट्रेलियाई ईगल हो या साइकिल पर जा रहे लोग. ये ऐसा क्यों करती हैं इसे समझने में शायद यह जान कर मदद मिले कि ये कौओं के परिवार से होती हैं.