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मिज़ोरम के डांसरों ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

१३ मार्च २०१०

मिज़ोरम में दस हज़ार से ज़्यादा लोगों ने ढाई किलोमीटर के दायरे में परंपरागत चेरा नृत्य कर विश्व रिकॉर्ड बनाया. गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुए इस डांस समारोह में असम राइफ़ल्स ने भी शिरकत की.

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तस्वीर: AP

भारत के पूर्वोत्तर राज्य मिज़ोरम में गुरुवार को स्थानीय नृत्य कला का ख़ुमार छाया रहा. 10,736 लोगों ने ढाई किलोमीटर के इलाक़े में एक साथ, एक जैसे पारंपरिक कपड़े पहनकर चेरा का प्रदर्शन किया. इस दौरान दो मुख्य शहरों सिकुलपुआकावन और चानमारी के बीच सड़क पर लोग आठ मिनट तक बांस के डंडों के बीच उछलते हुए चेरा नृत्य करते रहे.

गिनीज़ बुक में दर्ज हुए इस प्रदर्शन को दुनिया का सबसे बड़ा नृत्य प्रदर्शन बताया गया है. गुरुवार को ढाई हज़ार से ज्यादा लोग मुख्य सड़क पर जबकि 8,224 लोग असम राइफ़ल्स के मैदान पर लाइन बनाकर लोककला का हुनर दिखा रहे थे.

रिकॉर्ड बनाने में कई स्कूली बच्चों ने भी योगदान दिया. यंग मिज़ो संघ के स्कूल और कॉलेज के छात्र भी रंग बिरंगी परंपरागत पोशाक पहने हुए और सिर पर पंख लगी हुई डोरी बांधकर आए. चेरा में दस फ़ीट से ज़्यादा की दूरी पर बांस के दो डंडे आमने सामने रखे जाते हैं. उनके उपर आमने सामने दो लोग बांस के दो डंडों को आपस में एक दूसरे से टकराते हुए हिलाते हैं. टक्कर से एक ताल बनती है और इसी ताल पर बास के डंडों के बार बार टकराने से पहले आदिवासी अंदाज़ में उछले हुए इधर से उधर जाते हैं, इस दौरान हाथों और पैरों से नृत्य की अलग अलग मुद्राएं बनती हैं.

मिज़ोरमवासियों की इस कला से हैरान होकर गिनीज़ बुक की जज और लंदन की लुसिया सिनीगेलाइसी ने कहा, ''डांस में रिकॉर्ड बनाने या तोड़ने के लिए ज़रूरी है कि कलाकार परंपराओं का पूरा ख़्याल रखें. वेशभूषा परंपरागत होगी चाहिए, यहां के लोगों ने रंगारंग ढंग से ऐसा किया.''

रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: ए कुमार