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मायावती के हार की जांच करेगा आयकर विभाग

१७ मार्च २०१०

उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री को एक हज़ार के नोट का हार पहनाए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. आयकर विभाग ने मामले की जांच करने और धन का स्त्रोत पता लगाने की बात कही. मंगलवार को संसद में हुआ था हंगामा.

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लखनऊ में हुई थी महारैलीतस्वीर: UNI

बहुजन समाज पार्टी नेताओं ने कहा है कि इस हार की क़ीमत 21 लाख रुपये है लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि नोटों से बने इस हार की क़ीमत करोड़ों में हो सकती है. अब आयकर विभाग ने मामले की जांच का आदेश दिया है. आयकर विभाग पता लगाने की कोशिश करेगा कि जिन नोटों से बना हार मुख्यमंत्री मायावती को पहनाया गया था उसका स्त्रोत क्या था.

इससे पहले संसद में मंगलवार को ज़बरदस्त हंगामा हुआ और विपक्ष के नेताओं ने इस मामले की जांच की मांग की है. कांग्रेस के नेताओं ने कहा है कि केंद्र सरकार को उत्तर प्रदेश में इस तरह की 'व्यवस्थित लूट' को परखना होगा. समाजवादी पार्टी ने भी केंद्रीय जांच की मांग का समर्थन किया है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने व्यंग्य करते हुए कहा, "मायावती दलित की बेटी नहीं बल्कि दौलत की बेटी बन गईं हैं. अब वह लाखों और करोड़ों में खेलती हैं और आम आदमी की प्रतिनिधि नहीं हैं."

बीजेपी नेता राजनाथ सिंह का मानना है कि उत्तर प्रदेश में सरकार के ढांचे का ग़लत इस्तेमाल किया जा रहा है और बीएसपी की इस ख़र्चीली आदत की जांच किए जाने की ज़रूरत है. इस मामले के उठने से बीएसपी बचाव की मुद्रा में आ गई है.

महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दिक़ी का कहना है कि करोड़ों रुपयों वाली बात ग़लत है. मायावती को हार ज़िले की बीएसपी यूनिट ने उपहार के तौर पर दिया था और इसकी क़ीमत सिर्फ़ 21 लाख है. उन्होंने कहा कि हार अब मायावती के पास है. मायावती का बचाव कर रहे बीएसपी सांसद विजय बहादुर सिंह ने कहा कि हार पहनाने में कोई दिक्कत नहीं है. कई लोग मायावती के लिए अपनी जान देने को तैयार हैं और लोगों की उनके नेता के प्रति भक्ति के लिए क्या किया जा सकता है. हालांकि कई कांग्रेस और एसपी नेता आरोप लगा रहे हैं कि हार की क़ीमत 10 से 15 करोड़ रुपये तक है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ एम गोपालकृष्णन

संपादनः एस गौड़