भावुक कर देगा "फ्लाईंग सैंटा"
प्रशांत महासागर से घिरा एक छोटा सा द्वीप और हर साल दिसंबर में उसके ऊपर मंडराता अमेरिकी वायुसेना का एक विमान. देखिये कैसे पहुंचाए जाते हैं द्वीप के लोगों तक क्रिसमस के तोहफे.
सबसे पुरानी हवाई सेवा
प्रशांत महासागर के माइक्रोनेशिया द्वीप के लिए अमेरिकी वायुसेना पहली बार 1952 में गिफ्ट लेकर गई. तब से लगातार यह परंपरा चल रही है. बीते दो दशकों से हरक्यूलिस विमान के जरिये वहां तक पहुंचा जाता है.
रैम्प डाउन
द्वीप के ऊपर पहुंचते ही विमान का रैम्प खोला जाता है. इसके बाद कार्गो कंपार्टमेंट में रखे रेसक्यू पैकेज नीचे गिराए जाते हैं. इस दौरान वायुसैनिक भी पैराशूट जैकेट पहने रखते हैं, ताकि अगर कोई गिर भी जाए तो गंभीर चोट न आए.
ये उड़ा गिफ्ट
पेटियों में बंद गिफ्ट और अन्य सहायता सामग्री विमान से गिराए जाने के बाद पैराशूटों की मदद से हवा में उड़ने लगती है. 200 किलोग्राम भारी बॉक्स कुछ ही सेकेंडों के भीतर हवा में उड़ने लगते हैं.
मेरी क्रिसमस और हैप्पी न्यू ईयर
1952 में माइक्रोनेशिया के ऊपर मौसमी जानकारी जुटाने के लिए अमेरिकी विमानों ने चक्कर लगाए. इस दौरान चालक दल की नजर जमीन से हाथ हिलाते कुछ लोगों पर पड़ी. विमान में शामिल लोगों ने कुछ चीजें जमा की और पैराशूट की मदद से नीचे गिरा दीं. तब से यह तोहफा देने की परंपरा शुरू हो गई.
तोहफे में क्या क्या
आम दुनिया से कटे माइक्रोनेशिया के लोगों के लिए वायुसेना तमाम किस्म के तोहफे ले जाती है. तोहफों में मछली पकड़ने का जाल, दूध पाउडर, डिब्बाबंद खाना, कपड़े, जूते, घर बनाने का सामान और बच्चों के खिलौने भी होते हैं.
अच्छे डिलिवरी बॉक्स
गिफ्ट गिराने के लिए बेहद अच्छे बॉक्सों का इस्तेमाल किया जाता है. बॉक्स तट की रेत या किनारे पर मौजूद पानी में गिराये जाते हैं, ताकि टक्कर का असर कम से कम हो. द्वीप के लोग भी पानी से बॉक्स बाहर निकालने में एक्सपर्ट हो चुके हैं. (रिपोर्ट: क्रिस्टॉफ हेजलबाख/ओएसजे)