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भारतीय मुक्केबाज़ों की सुरक्षा बढ़ाई गई

१ जनवरी २०१०

पाकिस्तान में बॉलीबॉल मैच के दौरान हुए आत्मघाती हमले के बाद सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हुए. कराची में भारत सहित तमाम बॉक्सिंग टीमों की सुरक्षा बढ़ाई गई. आज से शुरू हो रहा है इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट.

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तस्वीर: AP

सरहदी सूबे के गांव शाह हसन खान में हुए भयंकर आत्मघाती हमले के बाद पाकिस्तानी अधिकारियों ने इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट की सुरक्षा बढा़ने का दावा किया. पाकिस्तान बॉक्सिंग फेडरेशन के सचिव अक़रम खान का कहना है कि, ''खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हमने होटल में ख़ास ट्रेनिंग भी कराई है. ''

कराची में शनिवार को ख़ुद प्रधानमंत्री युसूफ़ रज़ा गिलानी इंटनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट का उद्घाटन करेंगें. बीते साल श्रीलंकाई टीम पर हुए आतंकवादी हमले के बाद यह पहला मौक़ा है जब पाकिस्तान में किसी खेल का अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट होने जा रहा है.

शुक्रवार को सिंध प्रांत के एक मंत्री डॉक्टर मुहम्मद अली शाह ने कहा कि सभी टीमों और खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर की सुरक्षा मुहैया कराई गई है. उन्होंने कहा, ''हम कोई भी चांस नहीं ले सकते. हम चाहते हैं कि यह टूर्नामेंट शांति से सपन्न हों''

पाकिस्तानी अधिकारियों के मुताबिक बॉक्सिंग एक इंडोर खेल है लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा को लेकर किसी किस्म का समझौता नहीं किया जाएगा. इंटनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में भारत, चीन, कैमरून, श्रीलंका, केन्या, इराक़ और सिंगापुर समेत कई देशों के मुक्केबाज़ हिस्सा ले रहे हैं.

भारत की ओर से छह मुक्केबाज़ों की टीम भेजी गई है. इनमें ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज़ विजेंदर सिंह भी शामिल हैं. नवंबर 2008 के बाद यह पहला मौक़ा है जब भारतीय खिलाड़ियों का कोई दल पाकिस्तान गया है. पाकिस्तानी अधिकारी भारतीय टीम के आने से ख़ुश भी हैं. पाकिस्तान बॉक्सिंग फेडरेशन के सचिव अक़रम खान ने कहा, ''भारतीय टीम का यहां आना हमारे लिए सबसे बड़ा पॉज़िटिव प्वाइंट है.''

रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: एस जोशी