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भारत में वैध हो सट्टेबाजी: लोर्गट

७ फ़रवरी २०११

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल के प्रमुख हारून लोर्गट ने कहा है कि भारत में भी खेलों पर खेला जाने वाले जुआ कानूनी कर दिया जाना चाहिए. उनके मुताबिक इससे खेलों में भ्रष्टाचार खत्म करने में मदद मिलेगी.

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जल्द चढ़ेगा क्रिकेट का बुखारतस्वीर: AP

हाल के दिनों में क्रिकेट में भ्रष्टाचार को लेकर खासा बवाल हुआ है. उसके बाद से भारत में खेलों पर सट्टेबाजी को जायज करने की चर्चा में भी तेजी आई है. देश में सट्टेबाजी फिलहाल घुड़दौड़ तक ही सीमित है. इसके अलावा कुछ राज्यों में जुआघरों की भी इजाजत मिली हुई है.

लोर्गट और आईसीसी में उनके साथियों ने इस बात पर चर्चा की है कि भारत पर सट्टेबाजी वैध करने के लिए जोर डाला जाए. अखबार द नेशनल ने सोमवार को लोर्गट के हवाले से लिखा है, "मैं इस बात से सहमत हूं कि अगर इसे नियमित कर दिया जाए, तो बेहतर होगा. हमने कुछ जांच पड़ताल की है और हम इसी दिशा में काम कर रहे हैं."

सट्टेबाजी को लेकर आधिकारिक आंकड़े तो उपलब्ध नहीं हैं लेकिन एक अनुमान है कि भारत और पाकिस्तान के बीच एक वनडे मैच पर कम से कम दो करोड़ डॉलर का सट्टा लगता है. इसका ज्यादातर काम मुंबई में नाजायज तरीके से होता है.

साफ होगा वर्ल्ड कप

हालांकि लोर्गट को इसमें कोई शक नहीं है कि 19 फरवरी से दक्षिण एशिया में होने वाला वर्ल्ड कप भ्रष्टाचार से मुक्त होगा. उन्होंने कहा, "मुझे दो वजहों से इस बात का पूरा यकीन है. सबसे बड़ी वजह तो यह है कि ज्यादातर खिलाड़ी ईमानदार हैं. वे उसी भावना से खेलते हैं जिससे खेल खेला जाना चाहिए. वे नाजायज फायदे नहीं उठाना चाहते."

लोर्गट ने कहा कि दूसरी वजह आईसीसी की निगरानी है. उन्होंने कहा, "हम इस बात को लेकर पूरे चौकस हैं कि क्या हो सकता है. लिहाजा हमने सावधानी भरे कदम उठाए हैं. इन कदमों को लेकर मैं पूरी तरह संतुष्ट हूं. हम अपनी क्षमताएं बढ़ाते भी रहेंगे क्योंकि हमें पता है कि चीजें बदलती रहती हैं."

आईसीसी के एक ट्राईब्यूनल ने शनिवार को पाकिस्तान के तीन खिलाड़ियों पर स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने के दोष में पाबंदी लगाई है. सलमान बट, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमेर पर पांच पांच साल का प्रतिबंध लगाया गया है. लोर्गट का कहना है कि यह फैसला एक मिसाल का काम करेगा. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि इस फैसले को नजरअंदाज करने के लिए काफी हिम्मत की जरूरत होगी."

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ए कुमार

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