भारत में भयानक गर्मी
मॉनसून आने से ठीक पहले भारत अभूतपूर्व गर्मी का सामना कर रहा है. 50 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान को बहुत से लोग बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं. लू से सैकड़ों लोगों की जान चली गई है.
ड्यूटी
पुलिस की ड्यूटी में धूप-छांव की कोई परवाह नहीं होती. लेकिन जब सड़क सुलग रही हो तो क्या करें. यह पुलिसकर्मी इंडिया गेट के सामने छांव में राहत की सांस ले रहा है.
सुनसान सड़कें
कड़ी धूप की वजह से सड़के सुनसान पड़ी है. लेकिन अगर काम से बाहर निकलना ही पड़े तो क्या करें. लू से बचने के लिए इस महिला ने अपने चेहरे और सिर को कपड़े से ढक लिया है.
छाते का सहारा
धूप से तो छाता बचा ही रहा है, लेकिन क्या यह लू से भी बचा पाएगा? खासकर दक्षिण भारतीय प्रांतों की हालत अत्यंत खराब है. गर्मी ने लोगों को परेशान कर रखा है.
छांव में राहत
कहीं थोड़ी सी छांव मिले तो कर लें आराम. हैदराबाद में फुटपाथ के बगल में थोड़ी सी छांव और वहां दोपहर की नींद लेता एक व्यक्ति.
गर्मी उतारने का तरीका
इस प्रचंड गर्मी में ट्रेन का सफर भी आसान नहीं. इलाहाबाद स्टेशन पर रेलवे के पाइप से सिर को पानी से ठंडा करता एक यात्री.
पानी का आनंद
जहां पानी हो वहां क्या कहने. गर्मियों में पानी से बेहतर क्या चीज हो सकती है. बहुत से बच्चे तालाब और झील में नहाने का आनंद ले रहे हैं.
झील का विकल्प
यदि पास में झील और तालाब ना हो तो लोग टब से ही काम चला लेते हैं. जरूरी है कि शरीर ठंडा रहे और मन को गर्मी से राहत महसूस हो.
मेघा पानी दे
हर किसी को है बारिश का इंतजार. भले ही मॉनसून दूर हो, लेकिन हैदराबाद में थोड़ा पानी बरसा तो यह बच्चा खुशी से झूम उठा.