"भारत में जम कर हो रही है मैच फिक्सिंग"
२० मार्च २०१२अहसान मणि ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप में हुए मैच पर करीब 50 करोड़ डॉलर का सट्टा लगा. लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि यह आंकडा़ उन्हें कहां से मिला, "भारत में जब तक सट्टेबाजी का धंधा नियंत्रण में नहीं आता, आप मैच फिक्सिंग नहीं रोक सकते." नई दिल्ली में मेल टुडे से बातचीत में मणि ने कहा, "इसमें कोई शंका नहीं है कि भारत में दिल्ली और मुंबई खास तौर पर क्रिकेट सट्टेबाजी के बड़े अड्डे हैं. मैं भारत में सट्टेबाजी को वैध करने का और इसे नियामक संस्थाओं के नियंत्रण में लाए जाने का बहुत तरफदार हूं. इससे दुनिया में खिलाड़ियों के भ्रष्ट होने का खतरा कम हो जाएगा."
मणि ने आईसीसी अध्यक्ष शरद पवार और बीसीसीआई से अपील की है कि वह सट्टेबाजी वैध करने के लिए सरकार पर दबाव डालें. "सवाल है कि आप इसे कैसे काबू करते हैं क्योंकि और कोई रास्ता नहीं है. मेरा मानना है कि इसे भारत में खत्म किया जा सकता है. लेकिन अगर ऐसा नहीं हो तो आप खेल भ्रष्ट होने से कैसे रोक सकते हैं."
मणि पाकिस्तान में चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं. उनका कहना है कि भारत को ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में वैध सट्टेबाजी का सिस्टम देखना चाहिए, "सट्टेबाजी की वैध संस्थाएं आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोध और सुरक्षा यूनिट को संदिग्ध सट्टेबाजी की सूचना देते हैं."
मणि ने कहा कि आईपीएल और ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश जैसी ट्वेन्टी 20 टूर्नामेंट ने सट्टेबाजों की संख्या बढ़ाई है. उन्होंने कहा "आईपीएल और बिग बैश जैसे हाई प्रोफाइल मैच खिलाड़ियों को भ्रष्ट होने का बड़ा मौका देते हैं. हालांकि वह इस गड़बड़ी का शिकार होते हैं या नहीं ये मैं नहीं कह सकता. मुझे लगता है कि भारत में आईपीएल के कारण क्रिकेट की सट्टेबाजी बहुत बढ़ी है."
बीसीसीआई ने मणि की टिप्पणियों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. क्रिकेट में फिक्सिंग और सट्टेबाजी के मामले 2000 से तूल पकड़ रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोन्ये, भारत के मोहम्मद अजहरुद्दीन और पाकिस्तान के सलीम मलिक पर सट्टेबाजों के साथ सौदा करने के आरोप में आजीवन प्रतिबंध लग चुका है. पिछले साल ब्रिटेन में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में तीन पाकिस्तानी खिलाड़ियों को जेल जाना पड़ा.
रिपोर्टः एएफपी/आभा एम
संपादनः ए जमाल