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भारत पाक वार्ता के बीच फाई विवाद

२२ जुलाई २०११

विदेश मंत्रियों की बातचीत से ठीक पहले अमेरिका में कश्मीरी कार्यकर्ता गुलाम नबी फाई की गिरफ्तारी ने भारत और पाकिस्तान के बीच नई अड़चन पैदा कर दी. पाकिस्तान ने फाई का समर्थन किया है.

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तस्वीर: Christina Bergmann

दोनों देशों के बीच सबसे बड़ा मुद्दा कश्मीर ही है और फाई पर कश्मीर के लिए अमेरिका में गलत तरीके से प्रचार करने के आरोप हैं. उन्हें संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने गिरफ्तार किया है. अदालत में मामला मंगलवार तक के लिए टल गया है लेकिन पाकिस्तान ने फाई के रोल की जम कर सराहना की है, जो भारत को पसंद नहीं आ रहा है.

गुरुवार को अदालती कार्रवाई पांच मिनट भी नहीं चल पाई. फाई की वकील नीना गिन्सबर्ग किसी दूसरे मुकदमे की वजह से नहीं आ पाईं, जबकि सरकारी वकील ने कहा कि मामला बहुत पेचीदा है. 62 साल के फाई की चीनी मूल की पत्नी ने मीडिया से बात नहीं की लेकिन इतना जरूर बताया कि उन्हें उनके पति से मिलने नहीं दिया जा रहा है.

एजेंडे के लिए खर्च

एफबीआई ने अपने हलफनामे में दावा किया है कि कश्मीर में पैदा हुए अमेरिकी नागरिक फाई को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाकिस्तान सरकार करोड़ों रुपये दे रही है और उनका मकसद सिर्फ अमेरिका में कश्मीर मुद्दे पर नीति बनाने वाले लोगों को प्रभावित करना है. फाई के साथ एक और अमेरिकी नागरिक 63 साल के जहीर अहमद को भी गिरफ्तार किया गया है और दोष साबित होने पर उन्हें पांच साल की जेल हो सकती है.

पाकिस्तान ने इस गिरफ्तारी पर आपत्ति जताई है और कहा है कि यह पाकिस्तान पर आरोप लगाने की अमेरिकी कोशिश है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, "इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास में विरोध दर्ज करा दिया गया है, खास तौर पर पाकिस्तान के खिलाफ आरोप लगाने के मामले में. वॉशिंगटन में हमारे दूतावास से भी विस्तृत जानकारी लेने को कहा गया है."

Indien Srinagar Ausgangssperre
कश्मीर पर गलत तरीके से प्रचार के आरोपतस्वीर: UNI

पाकिस्तान ने की तारीफ

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने वर्जीनिया में गिरफ्तार फाई के रोल की सराहना की है. आरोप है कि उन्होंने आईएसआई के दिए गए 40 लाख डॉलर अमेरिका में खर्च किए, ताकि कश्मीर मुद्दे पर अमेरिका की नीति को प्रभावित किया जा सके.

बयान में कहा गया, "हम कश्मीरी अमेरिकी काउंसिल और डॉक्टर गुलाम नबी फाई की भूमिका की तारीफ करते हैं." पाकिस्तान का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर सबसे पुराने मुद्दों में शामिल है और कई बार ऐसे प्रस्ताव पास हो चुके हैं, जिनके मुताबिक कश्मीर की जनता को आत्मनिर्णय का अधिकार देने की बात सामने आई है.

खार के विचार

हालांकि पाकिस्तान की नई विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने इस मामले में बच कर जवाब दिया. फाई के बारे में पूछे जाने पर खार ने कहा, "फाई एक अमेरिकी नागरिक हैं और वह वहां उपलब्ध सिस्टम के अनुसार उन्हें अपनी समस्या हल करनी है."

समझा जाता है कि भारत पाकिस्तान में अगले हफ्ते होने वाली बातचीत में फाई का मुद्दा भी उठ सकता है. हालांकि खार का कहना है कि वह भारत के साथ भविष्य के मुद्दे तय करना चाहेंगी. 34 साल की उम्र में पाकिस्तान की विदेश मंत्री बनने के बाद उन्होंने राष्ट्रीय टेलीविजन चैनल से बातचीत में कहा, "यह अच्छा संकेत है कि भारत बातचीत को लेकर गंभीर है और पाकिस्तान से वार्ता को शक्ल दे रहा है."

हालांकि मुंबई के आतंकवादी हमलों के बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते अच्छे नहीं रहे हैं. पिछले साल दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की इस्लामाबाद में बातचीत नाकाम हो गई थी.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः आभा एम