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भारत को स्थायी परिषद पर रूस का भी साथ

२१ दिसम्बर २०१०

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए रूस ने भारत की दावेदारी का समर्थन किया. राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव के भारत दौरे में पाकिस्तान अफगानिस्तान में सुरक्षा स्थिति और आपसी सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी.

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तस्वीर: AP

रूस के उप प्रधानमंत्री सर्गेई इवानोफ ने एक समारोह में कहा, "दस साल पहले रूसी फेडरेशन ने खुले तौर पर कह दिया था कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की जरूरत है. हमारे रुख में कोई बदलाव नहीं आया है और हमें विश्वास है कि भारत सुरक्षा परिषद का सदस्य बनेगा." सुरक्षा परिषद में अन्य स्थायी सदस्य अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस भी सुरक्षा परिषद में भारत की दावेदारी का समर्थन कर चुके हैं. जबकि पांचवें सदस्य देश चीन ने भी अडंगा नहीं लगाने का संकेत दिया है.

रूस के राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव भारतीय नेताओं से आज मिल रहे हैं. भारत के विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने जोर देकर कहा, "हमें इस बात पर विचार करने की जरूरत है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के तमाम प्रयासों के बावजूद इस क्षेत्र में आतंकवादी ढांचे को पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सका है." कृष्णा के मुताबिक राष्ट्रपति मेदवेदेव के दौरे में अफगानिस्तान पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति पर चर्चा होगी क्योंकि यह मुद्दा भारत और रूस की सुरक्षा व्यवस्था से भी जुड़ा है.

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तस्वीर: AP

अफगानिस्तान और पाकिस्तान से पनप रहे आतंकवाद से भारत और रूस चिंतित हैं. कृष्णा का कहना है कि दोनों देशों से आतंकवाद का नासूर मध्य एशिया के देशों और रूस में भी फैल रहा है. "हम जानते हैं कि नशीली दवाओं की तस्करी से आतंकी गतिविधियों के लिए धन मुहैया कराया जाता है. हम रूस के साथ बहुस्तरीय संवाद ढांचा तैयार कर रहे हैं जिसके जरिए इस मुद्दे पर विचारों और सूचना का आदान प्रदान किया जाएगा."

भारत और रूस के बीच बढ़ते सहयोग का उल्लेख करते हुए कृष्णा ने कहा कि पिछले 10 सालों में दोनों देश नजदीक आए हैं और द्विपक्षीय साझेदारी बढ़ी है. "दोनों पक्षों को यह विश्वास है कि एक दूसरे के हित को नजरअंदाज कर किसी तीसरे देश के साथ रिश्तों को मजबूत नहीं बनाया जाएगा." राष्ट्रपति मेदवेदेव की यात्रा के दौरान सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की दावेदारी, असैनिक क्षेत्र में परमाणु ऊर्जा और विज्ञान और तकनीक के मामले में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ए जमाल

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