भारत के भगोड़े
बैंकों से भारी कर्ज लेकर ना चुकाने वाले हों या फिर अपनी आय छुपा कर, टैक्स ना भर कर सरकार को ठगने वाले- भारत में ऐसे कारोबारियों की फेहरिस्त बहुत लंबी है. आइए देखें कौन पकड़ में आया और कौन है जो अभी भी देश से फरार है.
नीरव मोदी
डायमंड जूलरी हाउस के फाउंडर और अरबपति कारोबारी नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक से दो अरब डॉलर के कर्ज के मामले में धोखाधड़ी का आरोप है. भारत से लंदन भागे मोदी जब वहां एक बैंक खाता खोलने पहुंचे तो बैंक ने पुलिस को सूचित कर उन्हें गिरफ्तार करवा दिया. अगस्त 2018 में ही भारत ने ब्रिटेन से मोदी को वापस सौंपने की मांग की थी. अब उन पर लंदन में मुकदमा चलेगा.
विजय माल्या
बीयर बैरन और किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या भारत से भाग कर मार्च 2016 से लंदन में रह रहे हैं. भारत की केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में पता चला है कि उन्होंने सीबीआई बैंक समूह से जो 9,000 करोड़ रूपये उधार लिए थे, उसे कई अलग अलग मदों में लगा दिया. दिसंबर 2018 से लंदन में ही उनके मामले की सुनवाई चल रही है.
ललित मोदी
पूर्व आईपीएल कमिश्नर मोदी पर जब 2009 के सीजन में वित्तीय गड़बड़ियों का आरोप लगा तो 2010 में ही उन्होंने भारत छोड़ दिया. वे भी लंदन जा बसे, मई 2017 में एक आरटीआई के जबाव में पता चला कि विदेश मंत्रालय ने तब तक उन्हें ब्रिटेन से प्रत्यर्पित करवाने का आवेदन तक नहीं डाला था. लेकिन सुरक्षा एंजेसियां कहती रहीं थीं कि मोदी की तलाश की जा रही है.
विक्रम कोठारी
रोटोमैक पेन के प्रमोटर कोठारी पर भी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को 800 करोड़ रुपये का चूना लगा कर भारत छोड़ देने का आरोप लगा था. लेकिन अंतत: उन्हें लखनऊ से गिरफ्तार किया गया. उन पर “जानबूझकर डीफॉल्टर” होने का आरोप सिद्ध हुआ. ऐसे 31 लोगों का नाम 2018 की सीबीआई की सूची में शामिल है.
संजय भंडारी
हाल ही में राफाल विवाद में भंडारी का नाम एक बार फिर सुर्खियों में आया. रक्षा जगत के बड़े बड़े सौदों में लॉबिस्ट की भूमिका निभाने वाले भंडारी फिलहाल लंदन में रहते हैं. उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजा रॉबर्ट वाड्रा का करीबी माना जाता है. 2016 में उनके घर पर अहम रक्षा दस्तावेजों की तलाश में जब छापे पड़े तो वे नेपाल के रास्ते लंदन निकल लिए. ऑफीशियल सीक्रेट्स एक्ट के अंतर्गत दर्ज है मामला.