बढ़ रहा है भारत में कैंसर
सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले चार सालों में भारत में कैंसर के मामलों में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. अगले पांच साल में मामले 12 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं.
बढ़ता कैंसर
राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम के अनुसार इस समय भारत में कैंसर के लगभग 14 लाख मामले हैं. पिछले चार सालों में इन मामलों में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. 2016 में देश में अनुमानित 12.6 लाख मामले थे.
रफ्तार बढ़ने की संभावना
कैंसर रजिस्ट्री के मुताबिक अगले पांच साल में कैंसर के मामलों में 12 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है. 2025 तक देश में 15.7 लाख मामले होने का अनुमान है.
ज्यादा महिलाएं प्रभावित
पुरुषों के मुकाबले ज्यादा महिलाएं कैंसर से पीड़ित हैं. 2020 में 6.8 लाख पुरुषों के मुकाबले 7.1 लाख महिलाओं के कैंसर से पीड़ित होने का अनुमान है. 2025 में पुरुषों में कैंसर के 7.6 लाख मामले और महिलाओं में 8.1 लाख मामले होने की आशंका है.
बच्चों में कैंसर
सभी उम्र के कैंसर पीड़ितों की तुलना में 14 साल तक के बच्चों में कैंसर का अनुपात देश के अलग अलग इलाकों में 0.7 प्रतिशत से 3.7 प्रतिशत तक है. ये अनुपात उत्तर भारत में सबसे ज्यादा दिल्ली में है (लड़कों में 4.7 प्रतिशत और लड़कियों में 2.6 प्रतिशत), दक्षिण में हैदराबाद में, पश्चिम में लड़कों में औरंगाबाद और लड़कियों में बर्षि ग्रामीण.
तंबाकू से नुकसान
कैंसर के सभी मामलों में तंबाकू से होने वाले कैंसरों की संख्या सबसे अधिक (27 प्रतिशत) है. 2020 में कैंसर के 3,77,830 मामलों के पीछे तंबाकू के कारण होने का अनुमान है. 2025 तक इस संख्या के बढ़ कर 4,27,273 हो जाने की आशंका है.
स्तन कैंसर की ऊंची दर
महिलाओं में होने वाले कैंसर में सबसे बड़ी संख्या (14.8 प्रतिशत) स्तन के कैंसर की है. 2020 में जहां 2,05,424 स्तन कैंसर के मामले होने का अनुमान है, 2025 तक स्तन कैंसर के मामले बढ़ कर 2,32,832 हो जाने की संभावना है.
कैंसर से मृत्यु दर
पुरुषों में कैंसर से मृत्यु दर देश के अलग अलग इलाकों में 14.7 प्रतिशत से 71.9 प्रतिशत के बीच है और महिलाओं में 9 प्रतिशत से 63 प्रतिशत के बीच है. सबसे ऊंची मृत्यु दर (67.2 प्रतिशत) महाराष्ट्र के बर्षि ग्रामीण इलाके में की गई है.
पूर्वोत्तर में बढ़ता संकट
हर 1,00,000 लोगों की आबादी पर पुरुषों में कैंसर के सबसे ज्यादा मामले मिजोरम के आइजॉल जिले में हैं (269.4) और सबसे कम महाराष्ट्र के उस्मानाबाद और बीड जिलों में हैं (39.5). महिलाओं में आबादी के अनुसार सबसे ज्यादा मामले अरुणाचल प्रदेश के पापुमपारे जिले में हैं (219.8) और सबसे कम महाराष्ट्र के उस्मानाबाद और बीड जिलों में हैं (49.4).