ब्रैनसन का यान अंतरिक्ष तक पहुंचा
१८ दिसम्बर २०१८कैलिफोर्निया के मोजावे रेगिस्तान से उड़े वर्जिन गैलेक्टिक के यान ने अंतरिक्ष की सीमा छूने में सफलता पाई है. मिशन के अधिकारी एनरिको पालेर्मो ने कहा, "नीचे आने से पहले रॉकेट 51 मील (82 किलोमीटर) ऊपर गया." और कुछ मिनटों में रन वे पर लैड कर गया. पालेर्मो ने दावा किया, "हम अंतरिक्ष तक पहुंच गए." वर्जिन गैलेक्टिक का बहुत पुराना सपना है कि वो पर्यटकों को लेकर अंतरिक्ष की यात्रा कराए. और इस उड़ान से वर्जिन गैलेक्टिक अपने इस सपने के और भी करीब पहुंच गया है. कंपनी का लक्ष्य है कि पैसे देने वाले छह यात्रियों को एक छोटे जेट जैसे रॉकेट में अंतरिक्ष में भेजा जाए.
वर्जिन गैलेक्टिक के संस्थापक रिचर्ड ब्रैनसन ने बताया कि "अभी और भी टेस्ट होंगे और अगर सब कुछ ठीक रहा तो जनता के लिए खोलने से पहले मैं खुद सबसे पहले अंतरिक्ष की यात्रा करूंगा." ब्रैनसन ने ये भी कहा, "ये दिन उनकी जिंदगी का सबसे अच्छा दिन है और हो सकता है कि अगले साल की दूसरी छमाही में वर्जिन गैलेक्टिक आम लोगों को भी अंतरिक्ष में भेजना शुरू कर दे."
वर्जिन गैलेक्टिक अंतरिक्ष की सीमा को 50 मील मानता है. अमेरिकी वायुसेना और बाकी अमेरिकी एजेंसी इसी दूरी को अंतरिक्ष की शुरूआती सीमा मानती हैं. ये उस पुरानी धारण से अलग है जो मानती है कि अंतरिक्ष की सीमा 62 मील की है.
वर्जिन गैलेक्टिक के सीईओ जॉर्ज वाइटसाइड ने कहा कि "हालिया रिसर्च में भी कम ऊंचाई का पक्ष लिया गया हैं. ये एक बहुत बड़ा कदम है और डाटा को देखने के बाद हम ये जान सकेंगे कि आगे का रास्ता कैसा है."
परीक्षण की शुरुआत में एक स्पेशल जेट वर्जिन स्पेसशिप यूनिटी को 43,000 फुट तक ले गया और फिर उसमें से यान निकला. इसके बाद स्पेसशिप ने अपने रॉकेट का इंजन चालू किया और कुछ मिनट में देखने वालों की आंखों के सामने से गायब हो गया. स्पेसशिप ध्वनि की रफ्तार से तीन गुना ज्यादा तेज उड़ रहा था. अमेरिकी संघीय विमानन प्रशासन के अधिकारी बेली एडवर्ड्स ने कहा, "दो टेस्ट पायलटों मार्क 'फोर्जर' स्टकी और पूर्व नासा अंतरिक्ष यात्री रिक 'सीजे' स्टर्को को कमर्शियल ऐस्ट्रोनॉट विंग्स दिया जाएगा."
इस स्पेसशिप को चार बार उड़ा चुके स्टर्को ने ताजा टेस्ट फ्लाइट के बाद कहा, "बहुत अच्छी फ्लाइट थी, मैं ये फिर से करना चाहता हूं." वर्जिन गैलेक्टिक की अंतरिक्ष यात्रा ने उम्मीद से ज्यादा वक्त लिया क्योंकि 2014 में उनका एक यान हवा में फट गया था जिसकी वजह से पायलट की मौत हो गई थी. ब्रैनसन ने कहा, "कुछ लोगों ने हमें यहां तक लाने के लिए सचमुच आपनी जान दी है. ये दिन उतना उनका भी है जितना हमारा है." 600 से ज्यादा लोगों ने अंतरिक्ष की यात्रा करने के लिए अपना नाम दिया है. जिसके लिए उन्हें 1.7 करोड़ रुपये देने होंगे. अंतरिक्ष यात्रा के दौरान इन लोगों को कुछ देर के लिए अंतरिक्ष की भारहीनता का भी अनुभव होगा और वो पृथ्वी को भी अंतरिक्ष से देख सकेंगे. नासा भी इस स्पेसशिप को रिसर्च के लिए इस्तेमाल करेगा.
2004 में ब्रैनसन ने वर्जिन गैलेक्टिक की स्थापना की थी, जो कि स्पेसशिप वन से प्रेरित थी. स्पेसशिप वन ने अंतरिक्ष के तीन चक्कर लगाए हैं. ये यान निजी पूंजी से बनाया गया पहला अंतरिक्ष यान है. जब ब्रैनसन को स्पेसशिप वन की टेक्नोलॉजी का लाइसेंस मिला तो उनको उम्मीद थी कि 2007 से वो यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजना शुरू कर देंगे. इसके लिए न्यू मेक्सिको के दक्षिण में स्पेसपोर्ट अमेरिका के नाम से एक फैसिलिटी भी बनाई गई थी. मगर हादसों के कारण ऐसा नहीं हो सका.
अंतरिक्ष पर्यटन के कारोबार में रिचर्ड ब्रैनसन अकेले नहीं हैं. अमेजॉन और ब्लू ऑरिजिन के जेफ बेजोस भी अंतरिक्ष की यात्रा की तैयारी कर रहे हैं. और इसके लिए वो पारंपरिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं. उधर स्पेसएक्स के एलन मस्क ने एलान किया है कि वो एक अमीर जापानी उद्यमी और उनके दोस्तों को चांद का चक्कर लगाने के लिए ले जाएंगे.
एनआर1/ओएसजे (एपी)