ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति की सजा 3 साल और बढ़ गई
२५ जनवरी २०१८ब्राजील की एक अपीलीय अदालत ने देश के पूर्व राष्ट्रपति लुई इनासियो लूला दा सिल्वा की याचिका खारिज कर पिछले आदेश में दी गई सजा को तीन साल बढ़ा दिया है. साल 2017 के अपने फैसले में अदालत ने लूला दा सिल्वा को भ्रष्टाचार और पैसों के हेरफेर में दोषी मानते हुए साढ़े नौ साल की सजा सुनाई थी. तीन सदस्यीय बेंच ने लूला की तय सजा में तीन साल और बढ़ा दिए है. कोर्ट के निर्णय के बाद लूला के साल 2018 में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की संभावनाओं पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
ब्राजील में ऐसे उम्मीदवारों को चुनाव के लिए अयोग्य माना जाता है जिन पर अदालत सजा सुना चुकी हो. हालांकि लूला इस मामले को उच्च न्यायालय में लेकर जा सकते हैं. अगर लूला ऐसा करते हैं और कोर्ट का अंतिम निर्णय 15 अगस्त तक नहीं आता, तो उनके लिए चुनाव में भाग लेना संभव हो सकता है. असल में 15 अगस्त, 2018 के राष्ट्रपति चुनावों में भाग लेने के लिए उम्मीदवारों के पंजीकरण की आखिरी तारीख है.
क्यों मिली थी सजा
जुलाई, 2017 में लूला को सजा दी गई थी. लूला को अदालत ने एक रियल एस्टेट कंपनी से रिश्वत लेने के मामले में दोषी पाया था. लूला पर आरोप था कि रिश्वत में मिले पैसे का इस्तेमाल पूर्व राष्ट्रपति ने अपने अपार्टमेंट के रेनोवेशन में किया. इसके बदले लूला ने रियल्टी कंपनी ओएएस को सरकारी ठेके देने का रास्ता साफ किया. लूला "ऑपरेशन कार वॉश" नाम से चले भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत जांच दायरे में आए थे. इस भ्रष्टाचार विरोधी अभियान ने देश की तमाम बड़ी हस्तियों पर शिकंजा कसा था.
लोगों का समर्थन
दुनिया के मंच पर ब्राजील की उभारने में लूला का बड़ा योगदान माना जाता है. जिस अदालत में लूला के मामले पर सुनवाई चल रही थी वहां की गलियों के बाहर लाखों लोग अपने इस 72 वर्षीय नेता को देखने जुटे थे. लूला ने अपने समर्थकों से कहा कि वह अपनी राजनीतिक लड़ाई जारी रखेंगे. उन्होंने कहा, "मुझे इस देश की गलियों से एक ही दिन बाहर किया जा सकेगा, और वह दिन मेरी मौत का दिन होगा. उस वक्त तक मैं लड़ता रहूंगा. इस मामले का जो भी नतीजा आए लेकिन मैं अपने देश के लोगों की गरिमा बनाए रखने के लिए लड़ता रहूंगा." लूला के साथ ही समर्थकों को संबोधित करते हुए देश की पूर्व राष्ट्रपति डिल्मा रूसेफ ने कहा, "वह, लूला और वर्कर्स पार्टी के तमाम नेता न्यायिक, राजनीतिक और कारोबारी साजिश से जूझ रहे हैं. यह सब वर्कर्स पार्टी को सत्ता से दूर रखने के लिए किया जा रहा है. साल 2016 में रूसेफ को बजट नियमों का उल्लघंन करने के मामले में दोषी माना गया था और उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया गया था. इसी के साथ वर्कर्स पार्टी का 13 साल लंबा शासन ब्राजील में खत्म हुआ था.
एए/एनआर (एएफपी, एपी, रॉयटर्स)