बैसाखी वाले फुटबॉलर
इस्राएल के साथ आए दिन होने वाली झड़प के चलते गजा में करीब 2,500 लोग विकलांग हो चुके हैं. किसी का एक हाथ कट चुका है तो किसी का एक पैर. लेकिन हौसला बहुत कम लोगों का जख्मी हुआ है.
फुटबॉल क्लब की शुरुआत
गजा पट्टी में 13 से 35 साल के ऐसे कई लोग हैं जिनका एक पैर कट चुका है. इस्राएली सेना के साथ हुई झड़पों के दौरान वे गंभीर रूप से घायल हुए. विकलांगों को मुख्यधारा में लाने के लिए मोहम्मद अल नूर ने एक खास फुटबॉल क्लब खोला.
क्लचर्स क्लब
अल नूर कहते हैं, "विशेष जरूरतों वाले लोगों को भी हर तरह का खेल खेलने का अधिकार है." क्लब के खिलाड़ी हर शाम ट्रेनिंग करते हैं. इलाके में यह विकलांगों की पहली फुटबॉल टीम है, जिसका नाम है क्लचर्स.
जीवन का संतुलन
फुटबॉल टीम के संस्थापक अबु घलयून के मुताबिक जिंदगी भी फुटबॉल की ही तरह है, हर पल भागने वाली. घलयून के मुताबिक फुटबॉल खेलने से उन्हें और उनके साथियों को काफी मानसिक शांति मिलती है.
पैरालंपिक्स की तैयारी
16 सदस्यों वाली क्लचर्स की टीम को फलीस्तीन फुटबॉल संघ का सहारा भी मिल रहा है. शुरुआत में कई लोग कह रहे थे कि यह पहल बहुत जल्दी फ्लॉप होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. टीम अब पैरालंपिक्स में भाग लेने की तैयारी कर रही है.
सेहत के लिए वरदान
पैर खोने वाले लोगों के लिए अक्सर शरीर के ऊपरी हिस्से का वजन नियंत्रित रख पाना बहुत मुश्किल होता है. वजन बढ़ने के साथ ही मुश्किलें भी बढ़ती हैं. लेकिन कड़ी ट्रेनिंग के जरिए गजा के ये खिलाड़ी खुद को सेहतमंद भी रख पा रहे हैं.