बीजिंग में एशिया प्रशांत शिखर
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लिए सत्ता संभालने के बाद एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग संगठन का शिखर सम्मेलन था, बल्कि सबसे बड़ी सफलता भी. एपेक नेताओं ने उनके मुक्त व्यापार रोजमैप को मंजूरी दी.
ग्रुप फोटो
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में फैमिली फोटो खिंचवाने की परंपरा है. बीजिंग में भी एपेक के सदस्य देशों के प्रमुखों ने एक साथ तस्वीर खिंचवाई.
शीत योद्धा
एपेक सम्मेलन शीत युद्ध के पूर्व प्रतिद्वंद्वियों अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को भी साथ लाया. मेजबानी पति पत्नी ने संभाली.
नजर चोरी
बराक ओबामा और व्लादिमीर पुतिन शिखर सम्मेलन के दौरान कई बार मिले. शुरुआत में तो एक दूसरे से आंख चुराते रहे, लेकिन बाद में यूक्रेन, ईरान और सीरिया के मुद्दों पर बात की.
असहज भेंट
मेजबान शी जिनपिंग और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे की मुलाकात अत्यंत असहज दिखी. दोनों देशों के बीच दक्षिण चीन सागर के द्वीपों को लेकर विवाद चल रहा है.
एक और विवाद
सम्मेलन के साए में और विवाद भी रहे. अमेरिका चीन को किनारे कर 12 देशों के ट्रांस पैसिफिक पार्टनरशिप की कोशिश कर रहा है, ओबामा ने बीजिंग में इन देशों के नेताओं के साथ अलग से बातचीत की..
चीन की जीत
आखिरकार चीन एपेक के देशों को प्रशांत सागर के दोनों ओर के देशों का मुक्त व्यापार क्षेत्र बनाने के रोडमैप पर राजी करवाने में कामयाब रहा. वह सहमति से प्रगति चाहता है.
शिष्ट हंगामा
सुर्खियां बटोरी सम्मेलन के बाहर की एक घटना ने. मेहमानों के लिए आतिशबाजी के आयोजन में पुतिन ने ढंड से बचने के लिए फर्स्ट लेडी को अपना कंबल ऑफर किया.
फर्स्ट लेडी
पेंग लीयुआन चीन की पहली प्रथम महिला हैं जो अक्सर अपने पति के साथ राजकीय दौरों पर जाती हैं. वे सोशल मीडिया और लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं.