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बिहार में कुरीतियों के खिलाफ मानव श्रृंखला

१९ जनवरी २०१८

बिहार में बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूकता अभियान के तहत 21 जनवरी को मानव श्रृंखला बनाई जाएगी. सरकार का दावा है कि चार करोड़ से ज्यादा लोगों के शामिल होंगे और यह अनोखी मानव श्रृंखला 13,654 किलोमीटर लंबी होगी.

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Mexico Juarez - Aktivisten protestieren gegen die Politik von Donald Trump
तस्वीर: Reuters/F. Lucero

इस मानव श्रृंखला का केंद्र पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान होगा जहां से यह राज्य की सीमाओं तक जाएगी. इस मानव श्रृंखला की तस्वीर और वीडियोग्राफी 40 ड्रोन कैमरे करेंगे. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दावा है कि यह मानव श्रृंखला विश्व रिकॉर्ड बनाएगी. इस अभियान को जहां सरकार में शामिल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सहित अन्य दलों का साथ मिला है वहीं विपक्षी पार्टियों राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस ने इस मानव श्रृंखला से खुद को किनारे कर लिया है. पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने शुक्रवार को बताया कि जिले की आबादी का प्रत्येक चौथा व्यक्ति इस मानव श्रृंखला में शामिल होगा. पटना में यह श्रृंखला 588 किलोमीटर लंबी होगी.

इससे पहले बिहार में 2017 में शराबबंदी के समर्थन में मानव श्रृंखला बनाई गई थी. जनशिक्षा निदेशक डॉ़ विनोदानंद झा के अनुसार, "बेशक वर्ष 2017 में शराबबंदी के लिए बनी मानव श्रृंखला से यह श्रृंखला बड़ी होगी." इस मौके पर राज्य के सभी जिलों में 40 ड्रोनों द्वारा तस्वीर अैर वीडियोग्राफी करवाई जाएगी तथा सूचना जनसंपर्क विभाग द्वारा इसस मौके पर एक वृत्तचित्र बनाने की योजना है.

इस मानव श्रृंखला में सत्ताधारी जदयू और भाजपा के लोग तो शामिल हो रहे हैं लेकिन राजद और कांग्रेस ने इससे दूरी बना ली है, जिसे लेकर प्रांत की राजनीति गर्म है. राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव कहते हैं, "नीतीश कुमार चोरी की हुई सरकार चला रहे हैं. अपने दानवी कृत्यों को छिपाने के लिए मानव श्रृंखला की आड़ ले रहे हैं." राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे का कहना है कि इस मानव श्रृंखला का कोई मतलब नहीं हैं. इससे बिहार के लोगों को कोई लाभ नहीं है. यही श्रृंखला अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर बनाई जाती तब राजद जरूर शामिल होता. कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी कहते हैं कि यह मानव श्रृंखला औचित्यहीन है. यह मुख्य मुद्दे से लोगों का ध्यान हटाने के लिए किया जा रहा है.

दो दिन पूर्व राज्य के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने राजद और कांग्रेस से इस मानव श्रृंखला में भाग लेने की अपील की थी. मोदी का कहना है कि पिछले वर्ष भाजपा विपक्ष में थी फिर भी शराबबंदी को लेकर बनी मानव श्रृंखला में भाग लिया था. यह मानव श्रृंखला समाज से कुरीतियों को हटाने के लिए है, इस पर किसी दल को राजनीति नहीं करनी चाहिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने विकास कार्यों की समीक्षा यात्रा के दौरान लोगों से इस श्रृंखला में शामिल होने की अपील करते रहे हैं.

रिपोर्ट: मनोज पाठक (आईएएनएस)