बिना टच किए दिल को छू लेने वाला तरीका
कोरोना वायरस इमरजेंसी के चलते दुनिया भर में लोगों से अपील की जा रही है कि वे एक दूसरे से शारीरिक दूरी बनाए रखें. ऐसे माहौल में एक नजर अभिवादन के शुद्ध हाइजीनिक तरीकों पर.
नमस्ते या नमस्कार
भारत, नेपाल और भूटान की पारंपरिक संस्कृति में हाथ जोड़कर अभिवादन किया जाता है. इस दौरान नमस्ते या नमस्कार या कोई और शब्द कहना, यह स्थानीय संस्कृति पर निर्भर करता है.
सलाम
यह भारतीय इस्लाम में अभिवादन का अंदाज है. आम तौर पर अरबी देशों में गले मिलकर या हाथ या गाल चूम कर एक दूसरे का अभिवादन किया जाता है. लेकिन भारतीय इस्लाम में हल्का सिर झुकाकर हाथ को माथे के करीब लाकर सलाम किया जाता है.
वाई
थाइलैंड में बिना छुए यह अभिवादन का स्टैंडर्ड तरीका है. वाई में नमस्कार की मुद्रा में हाथ जोड़े जाते हैं और फिर अपने माथे को झुकाकर जुड़े हाथों से टच किया जाता है. यह तरीका थाई संस्कृति में बौद्ध और हिंदू धर्म के असर को भी दिखाता है.
सिर झुकाकर अभिवादन
जापान में कमर से मुड़ कर और सिर झुकाकर अभिवादन किया जाता है. इस दौरान मुंह से कोई शब्द नहीं निकाला जाता है. माना जाता है कि अभिवादन का यह तरीका सातवीं शताब्दी में चीन से जापान आया.