बिन लादेन के 'बॉडीगार्ड' को वापस जर्मनी लाने का आदेश
२५ जुलाई २०१८गेल्जेनकिर्षेन की प्रशासनिक अदालत ने अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के संदिग्ध बॉडीगार्ड के ट्यूनीशिया प्रत्यर्पण को अत्यंत गैरकानूनी बताया था और उसे विदेशी दफ्तर के खर्च पर वापस लाने का आदेश दिया था. लेकिन बोखुम शहर ने अब तक इस आदेश को नहीं माना है.
अब अदालत ने बोखुम शहर के विदेशी कार्यालय को 10,000 यूरो के जुर्माने की धमकी देते हुए सामी ए को मंगलवार तक वापस लाने को कहा है. जर्मनी में अब तक इस बात को साबित नहीं किया जा सका है कि अल कायदा प्रमुख का संदिग्ध पूर्व बॉडीगार्ड आतंकवादी संगठन का सदस्य था.
लेकिन इस बीच इस बात की संभावना अत्यंत कम है कि ट्यूनीशिया सामी ए को वापस भेजने को तैयार होगा. ट्यूनीशिया के अधिकारी भी उसके खिलाफ आतंकवाद के आरोपों की जांच कर रहे हैं.
क्या भूल गए लादेन को
ट्यूनीशिया ने बुधवार को कहा है कि सामी ए को जर्मनी वापस भेजे जाने का कोई कानूनी आधार नहीं है. ट्यूनीशिया के कानूनी मंत्रालय के प्रवक्ता सोफियान सेलिटी ने कहा है कि जर्मनी ने अब तक कोई औपचारिक आग्रह नहीं किया है. उन्होंने कहा कि उसे वापस भेजना राज्य की संप्रभुता के सिद्धांत का उल्लंघन होगा.
गेल्जेनकिर्षेन की प्रशासनिक अदालत ने अपने फैसले में बोखुम के विदेशी मामलों के कार्यालय की इस बात के लिए आलोचना की है कि उसने अब तक सामी ए को वापस लाने के लिए गंभीर कदम नहीं उठाए हैं. ट्यूनीशियाई नागरिक सामी ए की शिकायत पर आदालत ने अब अधिकारियों को मंगलवार तक की मोहलत दी है.
अदालत ने शिकायत की है कि अब तक विदेश मंत्रालय की मदद से सिर्फ सामी ए के ठिकाने और उसकी मौजूदा हालत के बारे में ट्यूनीशिया के अधिकारियों से सवाल पूछे गए हैं. अदालत का कहना है कि ये पर्याप्त नहीं है.
अदालत के प्रवक्ता ने कहा है कि बोखुम इस फैसले के खिलाफ अपील कर सकता है, लेकिन अभी तक उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बर्लिन में कहा है कि उन्हें ट्यूनीशिया के अधिकारियों से अब तक सिर्फ इतनी मौखिक जानकारी मिली है कि सामी ए की हालत परिस्थियों के अनुसार ठीक है. उसे जर्मनी से वापस भेजे जाने के बाद हिरासत में ले लिया गया था.
सामी ए पर आरोप है कि वह 2011 में मारे गए अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन का बॉडीगार्ड था. उसे 13 जुलाई को जर्मनी से ट्यूनीशिया वापस भेज दिया गया था. एक दिन पहले ही गेल्जेनकिर्षेन की प्रशासनिक अदालत ने फैसला किया था कि उसे वापस भेजा जाना कानूनी नहीं है. लेकिन अदालत का फैसला सामी ए को वापस भेजे जाने के बाद अधिकारियों तक पहुंचा. वापसी के फैसले से नाराजत जजों ने इस कार्रवाई को गंभीर रूप से गैरकानूनी बताया. बोखुम शहर में सामी ए को वापस लाने के फैसले के खिलाफ अपील की है.
एमजे/एके (डीपीए)