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बिन लादेन के घर की तलाशी लेगी सीआईए

२७ मई २०११

पाकिस्तान ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए को एबटाबाद में उस घर की तलाशी लेने की इजाजत दे दी है जिसमें इसी महीने अमेरिकी सेना के अभियान में अल कायदा का नेता ओसामा बिन लादेन मारा गया.

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In this May 3, 2011, photo, media and local residents gather outside the house where al-Qaida leader Osama bin Laden was caught and killed, in Abbottabad, Pakistan. The nail-biting, 40-minute clandestine operation that resulted in Osama bin Laden’s death could have been a calamitous political and military failure; a bloodbath in Pakistan that left U.S. forces and scores of civilians dead or captured by America’s most ferocious enemy. (Foto:Anjum Naveed/AP/dapd)
इसी घर में मारा गया बिन लादेनतस्वीर: dapd

अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट में छपी खबर के मुताबिक बिन लादेन काफी समय तक इस घर में रहा, इसलिए वहां से उपयोगी जानकारी मिल सकती है. इस तलाशी में सीआईए अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल करेगी, जिनसे दीवारों में और जमीन के नीचे छिपाई गई चीजों के बारे में भी पता लगाया जा सकेगा. अखबार ने सीआईए के अधिकारियों के हवाले से यह बात कही है.

सीआईए की महीनों से इस घर पर नजर थी, लेकिन उसके एजेंट कभी इसके भीतर नहीं गए. 2 मई को अमेरिकी सेना के विशेष अभियान में इस घर में बिन लादेन को मार गिराया गया. अमेरिका की विशेष सैन्य टुकड़ी नेवी सील्स को इस घर से भारी मात्रा में सामग्री और कंप्यूटर ड्राइव्स बरामद हुई हैं, लेकिन अमेरिकी अधिकारी यह सुनिश्चित कर लेना चाहते हैं कि इस घर में छिपाई गई कोई चीज उनसे छूट न जाए.

Supporters of a Pakistani religious group Jamaat-e-Islami chant slogans during an anti American rally in Abbottabad, Pakistan, on Friday, May 6, 2011. Osama bin Laden was killed by a helicopter-borne U.S. military force on Monday, in a fortress-like compound on the outskirts of Abbottabad. (AP Photo/Anjum Naveed) zu: USA planen Truppenabzug aus Pakistan
पाकिस्तान में अमेरिकी कार्रवाई का कड़ा विरोध हो रहा हैतस्वीर: AP

नेवी सील्स ने पाकिस्तान की जानकारी के बिन इस घर में अभियान मुकम्मल किया और उसके हेलीकॉप्टर तुरंत वहां से निकल भी गए. पाकिस्तान ने इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया. हालांकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान पर दबाव बढ़ता जा रहा है. दुनिया यह पूछ रही है कि पाकिस्तान में इतने दिनों तक आतंकी सरगना कैसे छिपा रहा.

आंतकवाद के खिलाफ जंग में पाकिस्तान की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठ रहे हैं. कुछ अमेरिकी सांसद तो पाकिस्तान को दी जाने वाली भारी भरकम रकम पर फिर विचार करने की मांग कर रहे हैं. सीआईए के उपनिदेशक माइकल मोरेल ने पिछले महीने पाकिस्तान का दौरा किया और घर की तलाशी को सुगम बनाया. इसके लिए वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के मुखिया लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शुजा पाशा से मिले.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः एस गौड़

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