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बाबरी मस्जिद बरसी पर हाई अलर्ट

५ दिसम्बर २००९

6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद गिराए जाने के 17 साल पूरे हो जाएंगे. भारत सरकार ने इसे ध्यान में रखते हुए राज्यों को सुरक्षा बढ़ाने करने का निर्देश दिया. ख़ास बात है कि हाल ही में बाबरी कांड पर लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट आई है.

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बाबरी की बरसी 6 दिसंबर कोतस्वीर: dpa - Bildarchiv

भारत सरकार ने सभी राज्यों को चेतावनी दी है कि कुछ असामाजिक तत्व 6 दिसंबर को देश में शांति भंग करने की कोशिश कर सकते हैं. 17 साल पहले इसी दिन अयोध्या में बाबरी मस्जिद को गिराया गया था. गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "राज्य सरकारों को कहा गया है कि वह सुरक्षा को हाई अलर्ट पर रखें. सुरक्षा बलों को संवेदनशील इलाक़ों में तैनात किया जाएगा."

साथ ही भारत सरकार ने सारे नागरिकों से देश में शांति रखने की अपील की है. मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि 2009 में सांप्रदायिक दंगे नहीं हुए और सारे धार्मिक त्योहारों को अच्छे तरीके से मनाया गया और समाज के हर सिरे से लोगों ने इनमें हिस्सा लिया.

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी समेत बीजेपी के कई लोगों को बाबरी मस्जिद गिराए जाने का दोषी बताया गया है. लगभग 17 साल बाद लिब्रहान आयोग ने इस मामले में अपनी रिपोर्ट पिछले दिनों ही पेश की है. हालांकि रिपोर्ट में इनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की कोई सिफ़ारिश नहीं की गई है. लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट आने के बाद बाबरी मस्जिद गिराए जाने की यह पहली बरसी है.

मंत्रालय के बयान के मुताबिक सरकार चाहती है कि इस तरह की एकता और ऐसा भाईचारा साल के अंत तक चलता रहे. सरकार ने साथ ही उम्मीद जताई है कि समाज के हर हिस्से से लोग शांति की इस अपील को ध्यान में रखेंगे और केंद्रीय और राज्य सरकार की सहायता करेंगे ताकि देश के अलग अलग संप्रदायों और धर्मों के बीच शांति बनी रहे.

रिपोर्टः पीटीआई/एम गोपालकृष्णन

संपादनः ए जमाल