बवेरिया की जादुई नदी
२१ जुलाई २००९अल्टम्युअल घाटी जर्मनी के सबसे चुनिंदा वैविध्यपूर्ण इलाक़ों में से है. ये घाटी जर्मनी का सबसे बड़ा नैसैर्गिक पार्क भी है, जिसकी स्थापना 1969 में की गई. इरादा था एक ऐसे समृद्ध प्राकृतिक सौंदर्य के संरक्षण का, जहां कुदरत की बेशुमार नेमतें बिखरी हुई हैं और जिसकी तलहटियों में ऐतिहासिक कस्बे और देहात बसे हुए हैं.
साइकल से जाना
प्रकृति प्रेमियों के लिए इस घाटी की सैर का बेहतरीन ज़रिया है पैदल या फिर साइकल से. 800 किलोमीटर लंबे साइकल मार्ग पर आप कहीं से कहीं को भी निकल सकते हैं. घाटी के अपूर्व नज़ारे आपकी राह पर हर क़दम पर बिखरे हुए हैं. इस मनमोहक दृश्यावली में हैं हरे भरे सघन जंगल, घुमड़ते पहाड़, चट्टानों की बलखाती परतें और अपार वानस्पतिक विविधता.
साइकल की एक सैर आपको ले जाती है कस्बों और देहातों की तरफ़, जहां वो दिलकश एसिंग भी पड़ता है, जो चूने की चट्टानों वाली तलहटी में बसा हुआ है. बर्शिन और ग्रेडिंग कस्बों की सैर से आपको लगेगा कि आप किसी प्राचीन शहर के बीच टहल रहे हैं. और आपको अवाक कर देता है बाइल्न्ग्रीस कस्बा, जिसके घरों और मकानों की प्राचीन बनावटें एक अलग ही संसार से रूबरू कराती हैं.
समय का संक्षिप्त इतिहास
चट्टानी परतों के बीच खड़े हैं एक से एक क़िले, जहां की सैर आपके लिए अविस्मरणीय बन सकती है, क्योंकि अपने दौर को याद करते हुए इन क़िलों में आज भी कई आयोजन किए जाते हैं.
इन्हीं वादियों में सेल्ट और रोमन काल के अवशेष भी बिखरे हुए हैं. कई इलाकों में आप रोमन दौर के जीवन की झलक भी पा सकते हैं. रोमन इतिहास में झांकना हो, तो वाइज़नबुर्ग में एक रोमन संग्रहालय भी है.
पानी में अठखेलियां करने और उसे नज़दीक से निहारने के शौकीनों के लिए एक रास्ता जाता है मेन डैन्यूब नहर के किनारे से होते हुए. केलहाइम से शुरू करते हुए बेर्शिंग में जाकर ये रास्ता पूरा होता है. 1992 में ये नहर बन कर तैयार हुई. अल्टम्युअल की वादियों के किनारे इस नहर की सहज उपस्थिति इतनी प्राकृतिक लगती है कि है कि लगता ही नहीं, ये नहर इंसान ने बनाई है. इसी नहर के ज़रिए नाव की सैर आपको पहुंचाती है प्रसिद्ध वेल्टेनबुर्ग मॉनेस्ट्री (ईसाई मठ) तक, जिस में साथ ही किसी ईसाई मठ में बनी दुनिया की सबसे पुरानी ब्रुअरी (बीयर आदि शराब बनाने का कारख़ाना) भी है.
उफनती बीयर और मचलती डैन्यूब
सप्ताहांत में हज़ारों सैलानी यहां उमड़ पड़ते हैं. देखिए, यहां वे बीयर को बनते उफनते देखने का लुत्फ़ ही नहीं उठाते, पैंतीस मीटर ऊंची उत्ताल धवल चट्टानी पहाड़ियों वाला वह दृश्य भी उनमें हैरानी पैदा कर देता है, जिनसे टकराते हुए डैन्यूब नदी सदियों से बहती आ रही है.
अल्टम्युअल घाटी की सैर का नगीना है आइशस्टेट का अवलोकन. उसे आल्प्स पहाड़ियों के उत्तर में स्थित सबसे मनमोहक और सबसे ख़ूबसूरत जगह माना जाता है. शाही रेज़ीडेन्स महल भी देखने लायक है और उसके पास बना कैथेड्रल भी, जिसमें पांच सौ साल पुरानी नक्काशी वाले कांच की एक खिड़की है. इस खिड़की से आप एक स्वर्गिक छटा निहार सकते हैं और इतिहास में झांकने के एक विरल अनुभव का सुखद अहसास भी पा सकते हैं.