1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

बच्चों को दूध पिलाने से ब्लड प्रेशर काबू में

२ नवम्बर २०११

अमेरिकी शोध के मुताबिक जो महिलाएं कम से कम छह महीने अपने बच्चों को स्तनपान करवाती हैं उनमें हाई ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप का खतरा कम हो जाता है. इस शोध के लिए अमेरिका में 50, 000 से ज्यादा महिलाओं की जांच की गई.

https://p.dw.com/p/133WB
तस्वीर: picture-alliance

अमेरिकी पत्रिका जरनल ऑफ एपिडेमियोलॉजी में प्रकाशित इस शोध में कहा गया है कि स्तनपान के कारण बच्चों और माओं, दोनों को ही अतिरिक्त लाभ होते हैं. हालांकि यह पूरी तरह से साफ नहीं हो पाया है कि सिर्फ स्तनपान के कारण ही रक्तचाप नियंत्रण में रहता है.

मां का दूध शिशुओं की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और उन्हें डायरिया और कान में होने वाले संक्रमणों से बचाता है. पुराने शोधों में पाया गया है कि जो महिलाएं अपने बच्चों को दूध पिलाती हैं उनमें मधुमेह, कोलेस्टेरॉल और दिल की बीमारी होने का खतरा कम होता है.

 

9505082
तस्वीर: picture-alliance/dpa

नए शोध को लिखने वाली नॉर्थ कैरोलिना चैपल हिल यूनिवर्सिटी की शोधार्थी एलिसन स्टॉइबे बताती हैं, "वे महिलाएं जिन्होंने कभी अपने बच्चों को दूध नहीं पिलाया, उनमें हाई ब्लडप्रशेर का खतरा उन महिलाओं के ज्यादा होता है जो छह महीने तक अपने बच्चों को दूध पिलाती हैं."    

वैसे भी सलाह दी जाती है कि बच्चों को कम से कम छह महीने मां का दूध मिलना चाहिए. इसके बाद ठोस खाने के साथ मां का दूध साल भर तक पिलाया जाना चाहिए. शोध के लिए स्टॉइबे और उनकी टीम ने स्तनपान और उच्च रक्तचाप के बीच संबंध ढूंढने के लिए 50 हजार अमेरिकी महिलाओं की जांच की. इन महिलाओं ने नर्स हेल्थ स्टडी II में लंबे समय के लिए हिस्सा लिया और इनमें से अधिकतर का एक बच्चा तो था ही.

शोध में पाया गया कि कुल 8,900 महिलाओं को उच्च रक्तचाप हुआ. लेकिन कुल मिला उच्च रक्तचाप से पीड़ित होने वाली उन्हीं महिलाओं की संख्या ज्यादा रही जिन्होंने अपने बच्चों को छह महीने से कम दूध पिलाया.

baby © Michael Kempf #9194905 baby finger geborgenheit halten hand herz herzen kind mutter neugeborenes nähe schlafen schützen streicheln säugling vertrauen Eingestellt am 8.5.2011
तस्वीर: Fotolia

साल भर बच्चों को स्तनपान कराने वाली महिलाओं को हाई ब्लडप्रशेर की शिकायत तीन महीने या और कम समय दूध पिलाने वाली महिलाओं से कम होती है. इसके साथ खान पान की आदतें, कसरत और धूम्रपान की आदतों पर भी नजर रखी गई.   

स्तनपान के सीधे फायदे भी बहुत हैं, एनिमल रिसर्च के दौरान सामने आया कि दूध पिलाने के दौरान मांओं के शरीर में ऑक्सीटोसीन नाम का एक हारमोन निकलता है जिसका रक्तचाप नियंत्रित करने में बड़ा योगदान होता है. यह भी देखा गया है कि दूध पिलाने के बाद महिलाओं का ब्लड प्रेशर कुछ समय के लिए सामान्य से थोड़ा कम हो जाता है.

रिपोर्ट: रॉयटर्स/आभा मोंढे

संपादन: ए कुमार

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें