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फिक्सिंग के खिलाफ सीख देते आमिर

५ अप्रैल २०१२

क्रिकेट में मैच फिक्सिंग की वजह से जेल काट चुके गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने युवा खिलाड़ियों को नसीहत दी है कि उन्हें भ्रष्टाचार से दूर रहना चाहिए. आमिर का वीडियो संदेश आईसीसी की वेबसाइट पर पोस्ट किया गया है.

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तस्वीर: AP

आईसीसी ने जो वीडियो रिलीज किया है, उसमें आमिर साफ साफ अंग्रेजी में बोलते दिख रहे हैं. उन्होंने किसी खिलाड़ी या किसी मामले का जिक्र नहीं किया है लेकिन खिलाड़ियों को आम तौर पर भ्रष्टाचार से दूर रहने को कहा है. पिछले महीने आमिर ने एक ब्रिटिश चैनल को इंटरव्यू दिया था लेकिन तब उन्होंने उर्दू में बात की थी.

ताजा वीडियो में आमिर का कहना है, "जेल किसी के लिए भी खराब जगह है. ऐसी गलतियां मत करो, जैसी मैंने की हैं. मैं वेबकूफ था कि मैंने इस बारे में किसी को नहीं बताया. क्योंकि कोई मेरे पास आया और उसने कहा कि वह मेरे खिलाफ टीम मैनेजमेंट या आईसीसी में शिकायत कर सकता है."

कुछ घंटों में बदला जीवन

आमिर का कहना है कि सिर्फ कुछ घंटों की वजह से उसकी जिंदगी तबाह हो गई क्योंकि उसने वरिष्ठ खिलाड़ियों के दबाव में आकर लॉर्ड्स में खेले गए टेस्ट मैच में जान बूझ कर नो बॉल फेंकी. उसने कहा, "मुझे हर वक्त पता था कि मैं क्रिकेट में धोखा दे रहा हूं. लेकिन मैं भारी दबाव में था और मैं अपनी गलती मानता हूं. जब आईसीसी में मेरी सुनवाई हो रही थी तो मुझे खुद पर शर्म आ रही थी. मैं सच बताना चाहता था लेकिन मेरे अंदर हिम्मत नहीं थी. बाद में जब पुलिस ने मुझे हथकड़ी पहनाई, तो मैं अपने आंसू नहीं रोक पाया."

पांच मिनट के इस वीडियो संदेश में आमिर ने अपने बारे में और बातें भी कही हैं. ब्रिटेन के एक अखबार ने स्टिंग ऑपरेशन से इस बात को साबित किया कि 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में पाकिस्तान के गेंदबाजों मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ ने जान बूझ कर तय वक्त पर नो बॉल डाली. इसकी वजह से दोनों गेदबाजों और उनके कप्तान सलमान बट पर मुकदमा चला और दूसरी तरफ आईसीसी ने उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने पर लंबे वक्त के लिए पाबंदी लगा दी.

Cricket Sport Bälle
तस्वीर: REUTERS

तीन क्रिकेटरों को जेल

लंदन में चले मुकदमे के बाद नवंबर में तीनों खिलाड़ियों को जेल भेज दिया गया. 19 साल के प्रतिभावान गेंदबाज आमिर को सबसे कम छह महीने की सजा सुनाई गई, जिसका आधा काटने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया. बाकी के दो क्रिकेटर अभी भी ब्रिटेन की जेल में बंद हैं. बट को ढाई साल की जबकि आसिफ को एक साल की सजा सुनाई गई है.

आमिर ने पिछले महीने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल अथर्टन को इंटरव्यू दिया था. उर्दू में दिए उस इंटरव्यू में आमिर ने आरोप लगाया कि 2010 में कप्तान बनाए गए सलमान बट ने उनसे क्रिकेट में गलत काम करा लिया. आमिर का कहना है कि सलमान बट ने मजहर मजीद नाम के एजेंट के साथ उनसे मुलाकात की और कहा कि अगर वह नो बॉल नहीं फेंकेगा, तो वे उसके खिलाफ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और आईसीसी में शिकायत कर देंगे. आमिर का कहना है कि इस घटना से पहले उसने एक बिजनेसमैन से फोन पर बात की थी और बट तथा मजीद का कहना था कि वे इस बातचीत के रिकॉर्ड को गलत तरीके से पेश कर सकते हैं.

पांच साल की पाबंदी

वीडियो जारी होने की वजह से आमिर की सजा कम होने की कोई संभावना नहीं है. आईसीसी के प्रमुख हारून लोर्गाट कह चुके हैं कि आमिर को ट्रेनिंग देने की जरूरत है क्योंकि वह एक बेहद प्रतिभावान गेंदबाज है और उसके पास क्रिकेट में वापसी का पूरा मौका है. आमिर पर लगी पांच साल की पाबंदी जब खत्म होगी, तब वह सिर्फ 23 साल का होगा और उसके अंदर काफी क्रिकेट बचा होगा.

पाकिस्तान के क्रिकेटरों पर मैच फिक्सिंग के काफी आरोप लग चुके हैं. पिछले दशक में सलीम मलिक को मैच फिक्सिंग पर आरोपी बताते हुए प्रतिबंधित किया गया था, जबकि बाद में उन्हें बेदाग बताया गया. हाल ही में पाकिस्तान के स्पिनर दानिश कनेरिया पर भी ब्रिटेन में मैच फिक्सिंग के आरोप लगे. हालांकि इस मामले में अब किसी और क्रिकेटर को दोषी पाया गया है और उसे जेल की सजा मिली है.

रिपोर्टः एपी/ए जमाल

संपादनः महेश झा

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