हम हर दिन जो ढेर सारा प्लास्टिक इस्तेमाल करके फेंक देते हैं, क्या उसे किसी तरह कम नहीं किया जा सकता है. आखिरकार, हर साल अस्सी लाख टन प्लास्टिक का कूड़ा हमारे सागरों में पहुंच रहा है. क्या कोई ईको फ्रेंडली प्लास्टिक नहीं बन सकता? इंडोनेशिया एक वैज्ञानिक के पास शायद इस सवाल का जवाब है.