प्रधानमंत्री ने मांगा संपत्ति का ब्यौरा
४ फ़रवरी २०१०प्रधानमंत्री ने ख़त के जरिए अहम पद संभाल रहे नेताओं से उनकी संपत्ति और ज़िम्मेदारियों का ब्यौरा मांगा है. मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों से शेयर बाज़ार में लगाए गए पैसा की भी जानकारी मांगी गई है. नेताओं से कहा गया है कि वह सरकारी पदों और कोटे से जुड़ी सूचनाएं नहीं, बल्कि निजी संपत्ति की जानकारी दें.
बुधवार को प्रधानमंत्री कार्यालय से यह चिट्ठियां भेजी गईं हैं. केंद्रीय कानून मंत्री वीरप्पा मोइली ने पीएम के इस कदम की सराहना की है. मोइली ने मुताबिक इससे राजनीति में फैले भ्रष्टाचार को कुचलने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा, ''सिस्टम की सफाई करने के मकसद से यह एक सकारात्मक कदम है.'' कानून मंत्री ने कहा कि वह अपनी संपत्ति और ज़िम्मेदारियों का लेखा जोखा पहले ही प्रधानमंत्री को भेज चुके हैं.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने फ़ैसले का स्वागत किया है. शिंदे ने कहा, ''यह एक सकारात्मक कदम है इसे सिस्टम में पारदर्शिता आएगी.''
राजनीतिक गलियारों में इस कदम को उच्च स्तर से भ्रष्टाचार की सफाई शुरू करने के अभियान के तौर पर देखा जा रहा है. ऐसी भी चर्चाएं हैं कि नेताओं की संपत्ति का ब्यौरा चुनाव आयोग तक जाएगा. आयोग चुनाव के वक्त दी गई प्रॉपर्टी की डिटेल और प्रधानमंत्री कार्यालय से आए ब्यौरे को मिलाएगा. सूचनाएं इनकम टैक्स विभाग से भी साझा की जा सकती हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: महेश झा