1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

पाकिस्तानी संसद के सामने आत्मदाह

२४ अक्टूबर २०११

पाकिस्तान में एक बेरोजगार व्यक्ति ने संसद के सामने आत्मदाह किया. खुद को आग लगाने से पहले उस व्यक्ति ने गरीबी को दुखड़ा रोया और कहा, बिना पैसे और नौकरी के परिवार को कैसे पालूं.

https://p.dw.com/p/12xpG
पाकिस्तान की संसदतस्वीर: picture-alliance/ dpa

राजा खान नाम का यह व्यक्ति फिलहाल अस्पताल में है. पुलिस के मुताबिक वह गंभीर रूप से झुलसा हुआ है. 35 साल का राजा खान दो बच्चों का पिता है. वह सिंध के नौशेरो फिरोज कस्बे का रहने वाला है. आत्मदाह करने के लिए राजा राजधानी इस्लामाबाद पहुंचा. सोमवार को पाकिस्तानी संसद के सामने उसने खुद पर मिट्टी तेल उड़ेला और आग लगा ली.

पुलिस प्रवक्ता नईम इकबाल के मुताबिक, "ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों ने उसे यह कहते हुए सुना कि वह नौकरी और पैसे की तंगी से अजीज आकर खुदकुशी कर रहा है."

आत्मदाह से पहले राजा ने एक खत भी लिखा. खत ने उसने गरीबी के चलते बदत्तर हुई हालत का जिक्र किया. लिखा, "मैं अपनी मौत के लिए खुद जिम्मेदार हूं. मैं गरीबी से तंग आकर यह कदम उठा रहा हूं. अगर मेरी मौत हो जाए तो मुझे इस्लामाबाद में ही दफनाया जाए. मेरे दो बच्चे हैं. सरकार उनका ख्याल रखे."

राजा खान को पाकिस्तानी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में भर्ती किया गया है. डॉक्टर फारुख कमाल के मुताबिक, "वह 90 फीसदी जल चुका है. हम उसकी जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं."

बीते एक साल में कई देशों में आत्मदाह करने की लहर सी दिखाई पड़ रही है. ट्यूनिशिया में 26 साल के फल विक्रेता मोहम्मद बौअजीजी के आत्मदाह के बाद ही ट्यूनिशिया में क्रांति भड़की, जिसे अरब क्रांति का नाम दिया गया. ट्यूनिशिया के बाद मिस्र, मोरक्को, यमन, बहरीन और लीबिया की लपेट में आए. सीरिया में भी कई महीनों से प्रदर्शन जारी हैं.

दक्षिण पश्चिमी चीन में बीते कुछ महीनों में नौ तिब्बती चीन सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए आत्मदाह कर चुके हैं.

रिपोर्ट: एएफपी/ओ सिंह

संपादन: ए कुमार