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पाकिस्तान में फंसे एयर इंडिया के यात्री वापस

९ जुलाई २०१२

तकनीकी गड़बड़ी के कारण पाकिस्तान में इमरजेंसी लैंडिंग करने वाले एयर इंडिया के विमान के 122 यात्रियों और क्रू सदस्य विशेष विमान से वापस भारत लौटे. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इमरजेंसी लैंडिंग पर प्रधानमंत्री को रिपोर्ट दी.

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तस्वीर: Reuters

एयर इंडिया का एक दूसरा विमान इंजीनियरों और तकनीकी विशेषज्ञों को लेकर पाकिस्तान के नवाबशाह हवाई अड्डे पर पहुंचा और भारतीय यात्रियों को लेकर वापस लौटा. इंजीनियर समस्याग्रस्त विमान को ठीक कर रहे हैं, जिसके बाद उसे वापस लाया जाएगा. पाकिस्तानी नागरिक उड्डयन निदेशालय के विशेषज्ञ बारतीय इंजीनियरों की मदद कर रहे हैं.

एयर इंडिया के विमान को तकनीकी गड़बड़ी की आशंका के कारण सुबह साढ़े तीन बजे पाकिस्तान के नवाबशाह में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी. अबू धाबी से नई दिल्ली जा रहा विमान पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से गुजर रहा था, जब पाइलट ने कॉकपिट में हाइड्रॉलिक सिस्टन में गड़बड़ी की चेतावनी लाइट देखी और सबसे नजदीकी हवाई अड्डे पर उतरने की अनुमति मांगी. विमान तीन बजकर 37 मिनट पर नवाबशाह में उतरा.

सुरक्षा चिंताओं के बीच एयर इंडिया ने कहा कि सभी 122 यात्री और चालक मंडल के 6 सदस्य सुरक्षित हैं. भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी कहा कि विदेश सचिव रंजन मथाई पाकिस्तान में भारत के उच्चायोग और पाइलटों के लगातार संपर्क में हैं. एयर इंडिया के अधिकारियों ने कहा कि यात्रियों का ख्याल रखा जा रहा है. नवाबशाह एयरपोर्ट के एक रेस्तरां से खाने और दूसरी चीजों की आपूर्ति के लिए संपर्क किया गया है.

एयर इंडिया के अधिकारी ने कहा, "चूंकि नवाबशाह एयरपोर्ट अनियमित सिविलियन एयरपोर्ट है, बिना वीजा वाले यात्रियों को वहां उतरने की अनुमति नहीं है. लेकिन हम नवाबशाह एयरपोर्ट के स्थानीय रेस्तरां के जरिए यात्रियों को खाना और दूसरी जरूरी चीजें दे रहे हैं."

पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन प्रवक्ता परवेज जॉर्ज ने कहा है कि भारतीय कैप्टन को एयरपोर्ट लाउंज का इस्तेमाल करने की पेशकश की गई लेकिन उन्होंने यात्रियों को विमान पर सवार रखने का फैसला लिया. सरकारी पाकिस्तान इंटरनैशनल एयरलाइंस के प्रवक्ता सुल्तान हसन ने कहा, "हमने पूरे सहयोग की पेशकश की लेकिन एयरबस के कैप्टन ने यात्रियों को जहाज से उतरने की अनुमति नहीं दी और सिर्फ पीने का पानी देने का आग्रह किया."

रिलीफ विमान के साथ इंजीनियरों और तकनीशियनों का एक दल भी नवाबशाह भेजा गया है. वे तकनीकी खराबी की जांच कर रहे हैं और उसे सुधारने के बाद विमान को वापस लाएंगे. एयर इंडिया के अधिकारी ने कहा है कि नवाबशाह से नई दिल्ली का रास्ता 90 मिनट का है, लेकिन विमान को भारत में कहीं भी भेजा जा सकता है.

पिछले दिनों में एयर इंडिया पाइलटों की हड़ताल के कारण सुर्खियों में रहा है. पाइलटों की दो महीने की हड़ताल और उनसे बात न करने के मैनेजमेंट के सख्त रुख के चलते एयर इंडिया को 625 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इससे उसकी अंतरराष्ट्रीय उड़ाने प्रभावित हुई हैं और साख को भारी नुकसान पहुंचा है. इस समय एयर इंडिया 45 में से सिर्फ 38 रूट पर सेवाएं दे रहा है.

भारत के दूसरे एयरलाइनों की तरह एयर इंडिया भी भारी वित्तीय मुश्किलों का सामना कर रहा है. पिछले महीनों में सरकार को मदद देकर उसे दिवालियेपन से बचाना पड़ा है. कुप्रबंधन के अलावा तेल की भारी कीमतों को भी इसके लिए जवाबदेह ठहराया जाता है. एक समय में एयर इंडिया सुरक्षित और अच्छी सेवा के लिए जाना जाता था, लेकिन पिछले कुछ सालों में पाइलटों की हड़ताल के कारण विमानन विशेषज्ञों ने तकनीकी जांच और सुरक्षा में ढील की आशंका व्यक्त की है.

एमजे/ओएसजे (डीपीए, पीटीआई)

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