पाकिस्तान में नवाज शरीफ की बेटी मरियम गिरफ्तार
८ अगस्त २०१९पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार बनने के बाद शरीफ परिवार के खिलाफ चल रही कार्रवाई मेंअब उनकी बेटी मरियम का नाम भी जुड़ गया है. 2018 में नवाज शरीफ को सात साल के जेल की सजा सुनाई गई. नवाज शरीफ के भाई और पंजाब के मुख्यमंत्री रहे शाहबाज शरीफ के खिलाफ भी जांच चल रही है. इनके अलावा भी परिवार के कई सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई हुई है.
मरियम की गिरफ्तारी के बाद संसद से विपक्षी सांसदों ने गुरुवार को वाकआउट किया. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो ने संसद में कहा, "आज इस नए पाकिस्तान में मिस मरियम नवाज को बिना कोई दोष साबित हुए गिरफ्तार किया गया है इसलिए मैं सदन से बाहर जा रहा हूं." मरियम शरीफ की गिरफ्तारी से महज एक दिन पहले शरीफ परिवार के वफादार मिफ्ताह इस्माइल को भ्रष्टाचार के आरोपों में हिरासत में लिया गया. पिछले महीने पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को भी गिरफ्तार किया गया.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज पार्टी की प्रवक्ता अजमा बुखारी का कहना है, "मरियम और अब्बास को चौधरी शुगर मिल केस में गिरफ्तार किया गया है." यह मामला एक चीनी मिल से जुड़ा है जिस पर शरीफ परिवार की मिल्कियत है. यह मामला पिछले तीन दशकों से चला आ रहा है और पीएमएल एन से जुड़े कई लोगों का कहना है कि यह मामला पूरी तरह राजनीति से प्रेरित है. मरियम विपक्ष की उन गिनी चुनी नेताओं में हैं जो प्रधानमंत्री इमरान खान और देश की सेना के खिलाफ बयान देती हैं. उन्होंने बीते हफ्तों में अपनी पार्टी की रैली और प्रेस कांफ्रेंस को सेंसर करने का आरोप भी लगाया. इमरान खान और सेना इन आरोपों से इनकार करते हैं और इस बात से भी कि शरीफ परिवार के खिलाफ मामले राजनीति से प्रेरित हैं.
पाकिस्तान में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी हैं और दूर दूर तक फैली हैं. राजनेताओं पर अकसर सरकारी पैसे का दुरुपयोग करने, चुराने और उसे दूसरे देशों में भेजने के आरोप लगते हैं. प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ा आक्रामक प्रचार अभियान चलाया था. हालांकि अब उन पर व्यापक सुधारों को लागू करने की बजाय अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आरोप लग रहे हैं.
प्रधानमंत्री बनने के बाद इमरान खान बढ़ती महंगाई, मुद्रा की घटती कीमत और बढ़ते राजकोषीय घाटे के कारण डूबती देश की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इसी बीच भारत के जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने के बाद उन पर दोहरा दबाव आ गया है. इमरान खान की सरकार ने भारत सरकार के इस फैसले के बाद दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों का स्तर नीचे कर दिया है. इतना ही नहीं आपसी व्यापार को पूरी ठप्प करने के साथ ही समझौता एक्सप्रेस भी बंद करने का एलान किया है. भारत सरकार ने पाकिस्तान के इन कदमों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई है लेकिन इतना जरूर कहा है कि जम्मू कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है.
एनआर/एमजे (एएफपी, रॉयटर्स)
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