पहली अश्वेत सुपर मॉडल का निधन
४ अगस्त २००९नाओमी सिम्स पहली अश्वेत महिला थीं जिन्होंने मॉडलिंग में श्वेत वर्चस्व को तोड़ा था और अपने लिये इस व्यवसाय में अमिट जगह बनाई थी.
साठ के दशक में उन्होंने मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखा और वे ब्लैक इज़ ब्यूटीफुल अभियान का चेहरा बन गईं. 1967 में टाइम्स के कवर पेज पर छपने वाली पहली अश्वेत महिला थीं. उसके बाद उन्होंने 1968 में महिलाओं की मैगज़िन लेडीज़ होम जनरल के कवर पेज पर अपनी जगह बनाई. इसके बाद एक ऐसे युग की शुरूआत हुई जिसमें किसी भी पत्रिका ने फिर कभी अश्वेत मॉडल का फोटो छापने से ऐतराज़ नहीं किया.
हालांकि उनके कैरियर की शुरूआत में ऐसे भी दिन उन्होंने देखे जब कई मॉडल एजेंसियों ने उन्हें इस कारण लेने से इनकार कर दिया कि उनकी त्वचा का रंग बहुत काला है.
ग़रीबी और दोस्तों के प्रोत्साहन के कारण नाओमी ने मॉडलिंग की दुनिया में आने का विचार किया था. न्यूयॉर्क टाइम्स की टाइम्स पत्रिका के कवर पर आने के बाद उन्होंने पीछे पलट कर नहीं देखा. 1973 में उन्होंने भारी निवेश के साथ अफ्रीकी महिलाओं के लिये कॉस्मेटिक उत्पाद बनाना शुरू किया.
नाओमी का जन्म मिसीसिपी में 1948 में हुआ था, उस वक़्त यहां जातिभेद और रंगभेद का प्रभाव बहुत ज़्यादा था.
फैशन इनसाइडर मैगज़ीन के मुख्य संपादक मार्सेल्स जोन्स ने कहा था कि "धन्यवाद उन्हें कि वे एक पथ प्रदर्शक के तौर पर आगे आईं और अश्वेत महिलाओं के लिये मॉडलिंग में जगह बनाई."
रिपोर्ट: एजेंसियां/आभा मोंढे
संपादन: महेश झा