पंचतत्व में विलीन होने चले वाजपेयी
१७ अगस्त २०१८भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर शुक्रवार सुबह नई दिल्ली में बीजेपी के मुख्यालय लाया गया. गुरुवार रात वाजपेयी के शरीर को उन्हीं के निवास पर रखा गया था. 2005 में राजनीति से संन्यास लेने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री दिल्ली के कृष्णा मेनन मार्ग में रह रहे थे. कांच के आवरण में ढंके शरीर को शुक्रवार सुबह सेना के वाहन में बीजेपी मुख्यालय लाया गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और लंबे समय तक उनके सहयोगी रहे लाल कृष्ण आडवाणी इस दौरान वाजपेयी के करीब मौजूद रहे. अमेरिका, ब्रिटेन और मॉरीशस ने भी नई दिल्ली स्थित दूतावासों में अपना झंडा आधा झुकाया है.
बीजेपी, कांग्रेस, शिवसेना, तृणमूल कांग्रेस, जेडीयू, डीएमके और एआईएडीएमके समेत करीब सभी पार्टियों के नेताओं ने बीजेपी मुख्यालय पहुंचकर पूर्व प्रधानमंत्री को अंतिम विदाई दी. शुक्रवार सुबह भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्येल भी नई दिल्ली पहुंचे. नामग्येल एयरपोर्ट से सीधे बीजेपी मुख्याल गए. नेपाल के विदेश मंत्री कुमार ग्यावाल और बांग्लादेश के विदेश मंत्री अब्दुल हसन महमूद अली भी वाजपेयी को श्रद्धाजंलि देने पहुंचे.
मुख्यालय के बाहर आम लोगों को तांता लगा हुआ है. वाजपेयी की तस्वीरों और फूलों के साथ वो भी आखिरी यात्रा में शरीक होने की तैयारी कर रहे हैं. बाद में वाजपेयी के शरीर को राजघाट के पास स्म़ति स्थल में अग्नि दी जाएगी. इसी जगह के पास ही भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के स्मारक हैं.
ओएसजे/एनआर (एपी, रॉयटर्स, एएफपी)