नियोजित परिवार
भारत में आबादी नियंत्रण के लिए नसबंदी पर जरूरत से ज्यादा जोर दिया जा रहा है. पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने सरकार से गर्भनिरोध के अन्य विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए प्रयास बढ़ाने की मांग की है.
परिवार नियोजन
मां बनना हर महिला का सपना होता है. समाज के विकास के लिए भी यह जरूरी है. ज्यादा आबादी वाले देशों में आबादी कम करने के लिए परिवार नियोजन का विचार पैदा हुआ था, लेकिन कम बच्चे वाले देशों में भी अब आबादी बढ़ाने के लिए परिवार नियोजन का महत्व बढ़ता जा रहा है.
नसबंदी पर जोर
भारत में आबादी नियंत्रण के लिए गर्भ रोकने के दूसरे विकल्पों से ज्यादा महिलाओं की नसबंदी पर जोर दिया जाता है. इसके लिए चिकित्सा कर्माचारियों के अलावा महिलाओं को भी इनाम दिया जाता है. लेकिन अकसर बड़े पैमाने पर होने वाली नसंबंदी में दुर्घटनाएं भी होती हैं.
मुश्किल गर्भपात
पोलैंड जैसे जिन देशों में धार्मिक कारणों से गर्भपात कराना संभव नहीं है, वहां की महिलाएं गर्भपात कराने के लिए जर्मनी या ऑस्ट्रिया जैसे देशों का रुख करती हैं जहां कुछ क्लीनिक तो ग्राहकों के लिए दुभाषिए की सुविधा भी उपलब्ध कराती हैं.
मातृत्व की चाह
बहुत से देशों में सुरक्षित सेक्स के बदले किशोरों को यौन संबंध न करने की सलाह दी जाती है. इसकी वजह से थाइलैंड जैसे देशों में गर्भवती किशोरियों की संख्या बढ़ रही है. विशेषज्ञों का कहना है कि इसे रोकने के लिए किशोरों को गर्भनिरोधकों की जानकारी देना जरूरी है.
समाज का भय
बहुत से समाजों में शादी से पहले लड़के लड़कियों के रिश्ते को स्वीकार नहीं किया जाता. सेक्स शिक्षा के अभाव में बहुत से किशोरों को जोखिम का पता नहीं होता. लड़कियां अनचाहे गर्भवती हो जाती हैं. साथी और परिवार के समर्थन के बिना आखिरी सहारा डॉक्टर का होता है.
गर्भनिरोधक
यूरोप में 1960 के दशक में ही गर्भनिरोधक गोलियां बाजार में आ गयी थी. इस पिल ने महिलाओं को अपने शरीर को नियंत्रण में लेने, आत्मनिर्भर बनने और परिवार के भरनपोषण में जिम्मेदारी उठाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
बाद का पिल
गलती से गर्भवती होने का डर अब खत्म हो गया है. कई सालों से ऐसी ऐसे टैबलेट भी बाजार में है जो एहतियाती तौर पर संबंध बनने के बाद लिए जा सकते हैं. हालांकि कम जानकारी के चलते कई बार कम उम्र की लड़कियां इन्हें ज्यादा मात्रा में ले लेती हैं, जिससे रक्तस्राव भी होने लगता है.
ड्रोन जागरूकता
पोलैंड में गर्भपात आम तौर पर प्रतिबंधित है. लेकिन एक प्रो-च्वाइस ग्रुप इस स्थिति को बदलना चाहती है. महिलाओं में जागरूकता लाने के लिए यह ग्रुप ड्रोन के जरिए गर्भ धारण की संभावना को रोकने वाली टैबलेट महिलाओं तक पहुंचाता है.